दुर्ग: कुछ दिनों पहले खुर्सीपार चौक पर एक ट्रक एक्सीडेंट का मामला सामने आया था. भिलाई के खुर्सीपार थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर सतीश साहू ने मामले में एक ट्रक को जब्त किया था. इस दौरान ट्रक मालिक से सब इंस्पेक्टर ने कोर्ट में चालान पेश करने के बदले में 6 हजार रुपए मांगी थी. जिसके बाद सब इंस्पेक्टर के रिश्तेदार के अकाउंट में ट्रक मालिक ने 3 हजार रुपए ट्रांसफर किए.
पुलिस कर्मचारियों को एसपी ने किया लाइन अटैच: इसी तरह पुरानी भिलाई 3 में एएसआई नंद कुमार तांडेकर पर भी एक ट्रक ड्राइवर से रिश्वत का आरोप लगा था. करीब 16 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी. जिसके बाद पीडित ने 2 हजार रूपए उसके खाते में ट्रांसफर किए. साथ में 3200 रूपये कैश पीड़ितों द्वारा दिया गया. इस दौरान उसने पुलिस कर्मी का ऑडियो वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. प्रार्थी ने मामले की शिकायत छावनी सीएसपी समेत ईओडब्ल्यू से की. जिसके बाद दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने दोनों पुलिस कर्मचारियों को लाइन अटैच किया है.
"रिश्वत लेना और देना, दोनों जुर्म": दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि "रिश्वत लेना और देना दोनों जुर्म है. प्रार्थी की शिकायत पर दोनों पुलिसकर्मियों पर वैधानिक कार्रवाई की गई है. लेकिन एक ही व्यक्ति के द्वारा हर बार पुलिस वालों को नीचा दिखाने के लिए स्टिंग ऑपरेशन किया जाता है. रिश्वतखोरी को उसके द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है. उसके विरुद्ध भी पुलिस साक्ष्य के आधार पर जल्द ठोस कार्रवाई करेगी."
स्टिंग करने वाले के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई: रिश्वत की मांग करने वाले पुलिस अधिकारियों के स्टिंग ऑपरेशन करने वाले सुखवंत सिंह का कहना है कि "उनकी शिकायत नहीं सुनी जा रही थी. इसलिए उन्हें स्टिंग करना पड़ा है. सड़क दुर्घटना हो या फिर वाहनों का फिटनेस, इसको लेकर पुलिस और ट्रांसपोर्टरों के बीच लेन देन की बात सामने आती रहती है. लेकिन इस बार जिस तरह से स्टिंग ऑपरेशन का ये ऑडियो वीडियो सामने आया है. उसको लेकर पुलिस अधीक्षक ने स्टिंग करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बनाया है.