दुर्ग : जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन की गिरफ्तारी हुई है. प्रीतपाल बेलचंदन पर धोखाधड़ी करने के संगीन आरोप है.बेलचंदन समेत संचालक मंडलों के खिलाफ भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. आपको बता दें कि बेलचंदन पर अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर योजनाएं लागू करके बैंक को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है. कोतवाली पुलिस ने अपराध दर्ज करके इस मामले में जांच की थी. साल 2008 में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था.
क्या था आरोप ? : प्रीतपाल बेलचंदन पर सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद का दुरुपयोग करने के आरोप थे.जिसमें उन्होंने बैंक को आर्थिक नुकसान पहुंचाते हुए 14 करोड़ रुपए का घपला किया था. इस घपले में उनका साथ संचालक मंडल के सदस्यों ने दिया था. जब इस मामले का खुलासा हुआ तो साल 2021 में प्रीतपाल समेत संचालक मंडल के सदस्यों के खिलाफ पुलिस में धोखाधड़ी और गबन का केस दर्ज हुआ.
''प्रीतपाल बेलचंदन जब बैंक के अध्यक्ष थे तो उनके द्वारा काफी अनियमितता की गई थी.जिसकी शिकायत थाने में हुई थी. कलेक्टर महोदय ने जांच कमेटी बनाकर मामले की तफ्तीश करवाई.जिसमें आरोपी सही पाए गए.काफी समय तक मामला हाईकोर्ट में चला.लेकिन अब हाईकोर्ट के निर्देश पर गिरफ्तारी हुई है.''-शलभ सिन्हा,एसपी
क्यों हुई गिरफ्तारी : आपको बता दें कि अप्रैल 2014 से मई 2020 के बीच पंजीयक सहकारी संस्थाएं से बिनाअनुमति लिए बिना 234 मामलों में लगभग 15 करोड़ से ज्यादा की अनुदान राशि गोदाम निर्माण में दी गई थी. जिसके बाद तत्कालीन सीईओ ने सिटी कोतवाली दुर्ग में शिकायत दर्ज कराई थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद लगातार मामला न्यायालय में चल रहा था. मामले पर स्टे लगा था. जिसके बाद बिलासपुर हाईकोर्ट के आदेश पर बीजेपी नेता प्रीतपाल बेलचंदन की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए.
हाईकोर्ट से स्टे मिलने के कारण नहीं हुई थी पहले गिरफ्तारी : लेकिन प्रीतपाल गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट चले गए. हाईकोर्ट ने प्रीतपाल की गिरफ्तारी पर स्टे दे दिया था.जिसकी वजह से प्रीतपाल की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी. लेकिन अब हाईकोर्ट के स्टे हटते ही प्रीतपाल बेलचंदन को पुलिस ने अरेस्ट किया है.