दुर्ग: गिरधारी नगर में 15-16 अगस्त की दरम्यानी रात एक मकान के स्टोर रूम में एक जली हुई बाॅडी मिली. मकान भूपेंद्र यादव का है, जिसमें वह अपनी पत्नी सुप्रिया यादव और दो बच्चों के साथ रहता है. जो लाश मिली थी उसकी हाइट सुप्रिया जितनी ही थी. चूड़ी, बिछिया और गहनों से भी लोगों ने यह मान लिया कि जली हुई बाॅडी सुप्रिया की ही है. लेकिन हकीकत तो कुछ और ही थी, जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. इस मर्डर केस से रविवार को पुलिस ने पर्दा उठाया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया.
बचपन के प्यार ने बना दिया कातिल: खैरागढ़ की सुप्रिया की शादी दुर्ग के गिरधारी नगर निवासी भूपेंद्र यादव से हुई. दोनों के 12 साल और 10 साल के दो बेटे हैं. दोनों हंसी खुशी साथ भी रहते थे. लेकिन शादी के इतने साल के बाद भी सुप्रिया, गंडई निवासी बचपन के प्रेमी उमेश साहू को नहीं भूल पाई. दोनों का अक्सर मिलना जुलना होता था. प्रेमी उमेश साहू गंडई में ही झोलाछाप डाॅक्टर है और शादीशुदा भी है. सुप्रिया अक्सर उमेश से उसे अपने साथ ले चलने को कहती. प्यार की इसी महत्वकांक्षा ने दोनों को कातिल बना दिया.
क्राइम पेट्रोल देखकर बनाया मर्डर प्लान: क्राइम पेट्रोल देखकर सुप्रिया ने खुद के मर्डर का प्लान बनाया. इसके लिए गंडई में सुप्रिया जितनी हाईट की बुजुर्ग महिला को मारकर प्रेमी उमेश साहू शव को दुर्ग ले आया. रात का इंतजार किया और फिर सुप्रिया के मकान में बने स्टोर रूम में बुजुर्ग महिला का शव ले गए. सुप्रिया ने अपनी चूड़ी, अंगूठी, बिछिया लाश को पहना दिया और फिर जला दिया, ताकि लोगों को लगे कि मरने वाली सुप्रिया ही है. इस घटना को अंजाम देने में उमेश का साथ उसके दोस्त प्रदीप जघेंल ने भी दिया. फिर तीनों वहीं से गंडई चले आए.
प्रेम के आगे हार गई ममता और फिर ऐसे खुला राज: गंडई में सुबह होते ही सुप्रिया को अपने बच्चों की याद आने लगी. वो बेचैन होकर दुर्ग जाने की जिद करने लगी. इस पर झोलाछाप डाॅक्टर प्रेमी की जान सूखने लगी. भेद न खुल जाए इसलिए उसने सुप्रिया को उसके मायके खैरागढ़ छोड़ने का फैसला किया. अलसुबह सुप्रिया के पूरे शरीर पर सिंदूर और चंदन लगाकर खैरागढ़ छोड़ दिया, जहां उसने बेहोशी का नाटक किया. किसी को कानों कान खबर नहीं हुई. मायकेवालों को बताया कि वह यहां कैसे पहुंची, नहीं मालूम. तंत्र मंत्र का मामला जान मायके वाले चुप ही रहे. दुर्ग में उसके पति भूपेंद्र यादव को उसके यहां होने की सूचना दी गई तो पुलिस को भी उसके जिंदा होने पर हैरानी हुई. पूछताछ में पहले तो सुप्रिया ने पुलिस को गुमराह किया. कड़ाई से पूछने पर प्रेमी उमेश साहू और उसके दोस्त के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.
सुप्रिया जिंदा है तो फिर किसका हुआ मर्डर ?: जिस बुजुर्ग महिला का मर्डर हुआ, वह गंडई की ही रहने वाली 90 साल की सूरजा बाई थीं. सूरजा बाई झोलाछाप डाॅक्टर उमेश साहू से अक्सर दवा लिया करती थीं. वारदात वाली शाम भी वो दवा लेने पहुंचीं. पहले से प्लान बनाकर बैठा उमेश इसी ताक में था. उसने धोखे से सूरजा बाई को बेहोशी की दवा दी और क्लीनिक में ही खाने को कहा. सूरजा बाई के बेहोश होते ही उमेश ने तकिए से मुंह दबाकर उनका मर्डर कर दिया.
प्रेमिका की जिद पूरी करने के लिए किया मर्डर: घटना के बाद से आरोपी उमेश साहू लगातार जगह बदलकर पुलिस से भाग रहा था. पुलिस लगातार उसकी पतासाजी में जुट थी. आखिरकार रविवार को पुलिस ने उमेश को गंडई के पास पकड़ लिया. पूछताछ में उमेश ने पुलिस को बताया कि सुप्रिया यादव की शादी से पहले से दोनों का प्रेम प्रसंग है. सुप्रिया ने उससे कहा कि वह अपने ससुराल में नहीं रहना चाहती हूं. मुझे यहां से लेकर जाओ. इसके बाद दोनों ने योजना बनाई और सुप्रिया के बदले उसके घर में एक बुजुर्ग महिला को मारकर जला दिया.
आरोपियों ने टीवी सीरियल देखकर पूरी वारदात को अंजाम दिया था. आरोपिया सुप्रिया यादव का गंडई निवासी उमेश साहू के साथ शादी से पहले से ही प्रेम संबध था. झोलाछाप डॉक्टर उमेश भी शादीशुदा है. लेकिन सुप्रिया को हासिल करने के लिए उसने यह पूरा षड्यंत्र रचा. फिलहाल दुर्ग पुलिस ने मामला दर्ज कर सुप्रिया यादव, उमेश साहू और प्रदीप जघेंल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. वहीं घटना में इस्तेमाल होंडा अमेज कार को जब्त किया है. -शलभ सिन्हा, एसपी दुर्ग
जज्बात में आकर अपने निजी स्वार्थ के लिए सुप्रिया ने खतरनाक कदम तो उठा लिया, लेकिन इसकी कीमत पति भूपेंद्र यादव के साथ ही प्रेमी उमेश साहू और उसके दोस्त प्रदीप जघेंल के परिवार को चुकानी पड़ रही है.