दुर्ग: जिला न्यायलय के आदेश पर दुर्ग एसडीएम ने सोमवार को यश ग्रुप ऑफ कंपनी के 20 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति की नीलामी किया है. इस मामले में कंपनी के सभी 9 डायरेक्टर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इस नीलामी में 250 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया. सबसे ज्यादा 18. 61 करोड़ रुपये की बोली अंजोरा की जमीन पर लगाई गई.
सबसे पहले पुलगांव थाने में दर्ज हुई शिकायत: दरअसल, प्रदेश की भोली-भाली जनता से करोड़ों रुपए ऐंठने वाली चिटफंड कंपनियों पर छत्तीसगढ़ सरकार ने नकेल कसा है. प्रदेश सरकार ने चिटफंड अधिनियम की धारा 10 के तहत न्यायालय के आदेश के साथ अब कंपनियों के मालिकों की संपत्ति को कुर्क कर जनता को पैसा लौटाना शुरू किया है. इस कड़ी में दुर्ग के यश ग्रुप ऑफ कंपनी की लगभग 20 करोड़ 40 लाख रुपए की संपत्ति की नीलामी की गई. यश ग्रुप ऑफ कंपनी के खिलाफ सबसे पहले दुर्ग के पुलगांव थाने में हेमंत साहू ने शिकायत दर्ज कराई थी.
2018 में सभी आरोपी हुए गिरफ्तार: शिकायत के अनुसार लोक लुभावन और अधिक ब्याज राशि का झूठा आश्वासन देकर लोगों से रकम हड़पने का कारोबार यश ग्रुप ऑफ कंपनी की ओर से चलाया जा रहा था. सैकड़ों लोगों ने ठगी की शिकायत यश कंपनी के नाम पर अलग-अलग थानों में की. मामले में साल 2018 तक कंपनी के सभी 9 दोषी डायरेक्टर के खिलाफ चिटफंड का मामला दर्ज कर उनको गिरफ्तार कर लिया गया.
5 संपत्तियों की हुई नीलामी: साल 2018 में कुर्की का आदेश जारी किया गया. 14 जुलाई 2023 को न्यायलय ने कंपनी की संपत्ति को नीलाम कर निवेशकों के पैसे लौटाने का आदेश दिया. सोमवार को दुर्ग एसडीएम मुकेश रावटे ने नीलामी करवाई. नीलामी में यश ग्रुप ऑफ कंपनी की पांच अचल संपत्ति को कुल 20 करोड़ 40 लाख रुपए में नीलाम करवाया गया.