दुर्ग: दुर्ग जिले में आत्महत्या की घटनाएं रुकने के बजाए बढ़ती ही जा रही है. दो लोगों ने मौत को गले लगा लिया. जिसके बाद लोग ये सोचने को मजबूर हो गए हैं कि, आखिर लोग क्यों ऐसा कदम उठा रहे हैं.
पहली घटना: दुर्ग के मोहन नगर थाना इलाके के कातुलबोर्ड निवासी प्रतीक साहू ने घर में फांसी लगा ली. अपनी जीवन लीला खत्म कर ली. मृतक ने दोनों हाथों को बांधकर फांसी की घटना को अंजाम दिया. प्रतीक विद्युत विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर रायपुर सिलतरा में तैनात था. बताया जा रहा है कि, प्रतीक साहू पिछले कुछ दिनों से परेशान था.जिसके चलते आत्मघाती कदम उठा लिया होगा. मृतक अपने परिवार के सदस्यों के साथ रहता था. मकान में ऊपर वाले कमरे में जाकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. आत्महत्या के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची.फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. पोस्टमार्टम के लिए शव को जिला अस्पताल भेजा गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पुलिस असली वजह जान पाएगी.पुलिस इलाके लोगों से भी पूछताछ में जुट गई है.
दूसरी घटना: खुदकुशी की दूसरी घटना जामुल थाना इलाके के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की है. 68 साल की बुजुर्ग महिला ने 5 मंजिला इमारत से कूदकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली. गायत्री शर्मा ने बुधवार दोपहर कैलाश नगर के दलित परिषद की पांचवी मंजिल से छलांग लगा दी. गायत्री के परिजनों ने पुलिस को बताया कि, उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. पिछले कुछ सालों से गायत्री शर्मा का इलाज एम्स और अकोला महाराष्ट्र में चल रहा था. जामुल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सुपेला अस्पताल भेज दिया. पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है. पुलिस को जांच के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
जिले में दो खुदकुशी की घटना से लोग हैरान और परेशान हैं. कई लोग प्रशासन से जिंदगी से परेशान लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाने की बात कह रहे हैं. जिससे की ऐसी घटनाएं न हो.