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दुर्ग कलेक्टर का अस्पताल निरीक्षण: नदारद डॉक्टरों का वेतन काटने का निर्देश, सफाई कंपनी ब्लैक लिस्ट

दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने गुरुवार रात जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था देखकर नाराजगी जताई. चिकित्सक समय पर विजिट करने आते हैं या नहीं. मरीजों ने बताया कि आज शाम की रूटीन विजिट में डॉक्टर नहीं आए है. कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की है. इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को संबधित डॉक्टर की आधे दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए.

दुर्ग जिला अस्पताल
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Published : Nov 18, 2022, 12:37 PM IST

दुर्ग: कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने गुरुवार रात दुर्ग जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीज, परिवारजनों की सुविधाओं और चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने आपातकालीन ओपीडी, शिशु वार्ड, लेबर कक्ष और अन्य वार्डों का निरीक्षण कर उपस्थिति रजिस्टर और ड्यूटी रोस्टर की भी जांच की. इस निरीक्षण के दौरान भिलाई नगर निगम आयुक्त रोहित व्यास, सहायक कलेक्टर लक्ष्मण तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेपी मेश्राम और डॉ. अखिलेश यादव भी उपस्थित रहे.

सफाई कंपनी को किया ब्लैक लिस्ट, नदारद डॉक्टरों का वेतन काटने का निर्देश: कलेक्टर अस्पताल परिसर साफ सफाई की स्थिति का जायजा लिया. वार्डों के निरीक्षण के दौरान शौचालयों में गंदगी, टूटे हुए कमोड, वाश बेसिन और दरवाजे को देख कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कड़े शब्दों में निर्देशित किया. अस्पताल में गंदगी और अव्यवस्था किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मौजूदा सफाई एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करें और जल्द से जल्द नई एजेंसी के साथ करार कर अस्पताल की नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देशित किया है.

यह भी पढ़ें: गोगांव रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य अधूरा

मरीजों से लिया फीडबैक: कलेक्टर ने अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं, भोजन और दवाइयों की उपलब्धता आदि के बारे में जानकारी ली. उन्होंने मरीजों से पूछा कि इलाज में कोई परेशानी तो नहीं आ रही है. चिकित्सक समय पर विजिट करने आते हैं या नहीं. मरीजों ने बताया कि आज शाम की रूटीन विजिट में डॉक्टर नहीं आए है. कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को संबधित डॉक्टर की आधे दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए. साथ ही आगे ऐसा न हो इसके लिए उन्हें नियमित निरीक्षण करते रहने के लिए कहा.

जिला अस्पताल में सुरक्षाकर्मी तैनाती को को लेकर निर्देश: जिला अस्पताल में सुरक्षा और व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में सुरक्षा कर्मियों की कमी महसूस की. इस विषय में उन्होंने पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव से बात कर 1+4 पुलिस आरक्षकों और 8 नगर सैनिकों को जल्द से जल्द तैनात करने के निर्देश दिए.

मनोचिकित्सक करेंगे काउंसलिंग: कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान एक ऐसे मरीज से भी मिले जिसने आत्महत्या के उद्देश्य से जहर का सेवन कर लिया था. उन्होंने उनकी स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली डॉक्टर ने बताया कि वह अभी खतरे से बाहर है. उन्होंने ने पीड़ित और उसके परिजनों से बात कर उन्हें दिलासा दी और हिम्मत न हारने और मुसीबतों का डट कर सामना करने का हौसला दिया। इसके अलावा उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह के मरीज़ों की मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.

दुर्ग: कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने गुरुवार रात दुर्ग जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीज, परिवारजनों की सुविधाओं और चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने आपातकालीन ओपीडी, शिशु वार्ड, लेबर कक्ष और अन्य वार्डों का निरीक्षण कर उपस्थिति रजिस्टर और ड्यूटी रोस्टर की भी जांच की. इस निरीक्षण के दौरान भिलाई नगर निगम आयुक्त रोहित व्यास, सहायक कलेक्टर लक्ष्मण तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेपी मेश्राम और डॉ. अखिलेश यादव भी उपस्थित रहे.

सफाई कंपनी को किया ब्लैक लिस्ट, नदारद डॉक्टरों का वेतन काटने का निर्देश: कलेक्टर अस्पताल परिसर साफ सफाई की स्थिति का जायजा लिया. वार्डों के निरीक्षण के दौरान शौचालयों में गंदगी, टूटे हुए कमोड, वाश बेसिन और दरवाजे को देख कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कड़े शब्दों में निर्देशित किया. अस्पताल में गंदगी और अव्यवस्था किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मौजूदा सफाई एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करें और जल्द से जल्द नई एजेंसी के साथ करार कर अस्पताल की नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देशित किया है.

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मरीजों से लिया फीडबैक: कलेक्टर ने अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं, भोजन और दवाइयों की उपलब्धता आदि के बारे में जानकारी ली. उन्होंने मरीजों से पूछा कि इलाज में कोई परेशानी तो नहीं आ रही है. चिकित्सक समय पर विजिट करने आते हैं या नहीं. मरीजों ने बताया कि आज शाम की रूटीन विजिट में डॉक्टर नहीं आए है. कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को संबधित डॉक्टर की आधे दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए. साथ ही आगे ऐसा न हो इसके लिए उन्हें नियमित निरीक्षण करते रहने के लिए कहा.

जिला अस्पताल में सुरक्षाकर्मी तैनाती को को लेकर निर्देश: जिला अस्पताल में सुरक्षा और व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में सुरक्षा कर्मियों की कमी महसूस की. इस विषय में उन्होंने पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव से बात कर 1+4 पुलिस आरक्षकों और 8 नगर सैनिकों को जल्द से जल्द तैनात करने के निर्देश दिए.

मनोचिकित्सक करेंगे काउंसलिंग: कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान एक ऐसे मरीज से भी मिले जिसने आत्महत्या के उद्देश्य से जहर का सेवन कर लिया था. उन्होंने उनकी स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली डॉक्टर ने बताया कि वह अभी खतरे से बाहर है. उन्होंने ने पीड़ित और उसके परिजनों से बात कर उन्हें दिलासा दी और हिम्मत न हारने और मुसीबतों का डट कर सामना करने का हौसला दिया। इसके अलावा उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह के मरीज़ों की मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.

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