दुर्ग: भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउनशिप में मटमैले पानी की समस्या अब तक ठीक नहीं हो सकी है. ट्वीनसिटी के लोग अब भी मटमैला पानी पीने को मजबूर हैं. जिसकी वजह से डायरिया, पीलिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि पेय जल को लेकर विधायक देवेंद्र यादव के अलावा दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बीएसपी को जल्द ही इसकी व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए थे. उसके बावजूद अब तक पानी की समस्या का समाधान बीएसपी प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा सका. अब जिला कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसपी के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि अगर पानी की परेशानी जल्द ठीक नहीं हुई तो केंद्र को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की जाएगी. बीएसपी के नगर सेवा अधिकारी अब मटमैले पानी का रंग ठीक करने पाइप लीकेज ढूंढने में लगे हैं.
डायरिया, पीलिया और टाइफाइड का खतरा मंडराया
भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउनशिप एरिया के घरों में 50 दिनों से नलों में मटमैला पानी आ रहा है. इसका निराकरण आज तक नहीं हो पाया है. टाउनशिप के लोगों को पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है. बीएसपी के नगर सेवा विभाग में लगातार शिकायतों के बाद भी पानी की गंदगी के चलते टाउनशिप में लोग कोरोना के साथ ही अब डायरिया,पीलिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. बीएसपी के अधिकारी इस समस्या से निजात पाने की बात कर रहे हैं. लेकिन आज भी मटमैला पानी लोगों को पीना पड़ रहा है.
खरीद कर पी रहे पानी
लगातार शिकायतों के बावजूद अब तक बीएसपी पेय जल की व्यवस्था बेहतर नहीं कर पाई है. जिसकी वजह से लोगों को पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है. टाउनशिप की पूर्व पार्षद रश्मि सिंह बताती है कि पानी इतना मटमैला आ रहा है कि इसे पीने से उल्टी दस्त समेत अनेक बीमारियों की शिकायत आ रही है. ऐसे में हमने बीएसपी प्रबंधन से पेय जल की व्यवस्था को बेहतर करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि एक ओर लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं दूसरी ओर मटमैला पानी पीने को मजबूर हैं. ट्वीनसिटी के रिंकू वर्मा ने बताया कि भिलाई में यह पहली दफा है कि यहां के लोगों को खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है.
दुर्ग जिले में टाउनशिप एरिया के लोग मटमैला पानी पीने को मजबूर
पानी के सैम्पल जांच कर ऑडिट कराने के दिये निर्देश
कलेक्टर ने बीएसपी प्रबन्धन और नगर सेवा विभाग के अधिकरियों से कहा कि अगर यह समस्या जल्द हल नहीं हुई तो केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की जाएगी. बीएसपी के अधिकारियों को पानी के सैम्पल की जांच कर ऑडिट कराने के निर्देश दिए है. इस निर्देश के बाद अब बीएसपी अधिकरी टाउनशिप के पाइप लाइन की लीकेज ढूंढने में लगे हैं.
पानी पीने योग्य: बीएसपी
बीएसपी ने इस मामले में सफाई दी है कि पानी पीने योग्य है और इसे साफ करने एक वाटर केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है. पानी की वजह से बीमारी होने की कोई शिकायत नहीं आई है. साथ ही बीएसपी प्रबन्धन ने तांदुला बांध के पानी की वजह से ऐसा होना बताया. वर्तमान में खरखरा और रविशंकर जलाशय से बीएसपी को पानी दिया जा रहा है. तांदुला का पानी रोक दिया गया है. लेकिन अब हर महीने बीएसपी को साफ पानी पिलाने एक करोड़ 95 लाख रुपये हर महीने अतिरिक्त खर्च करने होंगे.