दुर्ग :भिलाई के खुर्सीपार इलाके में डायरिया का प्रकोप बढ़ते जा रहा है.अब तक क्षेत्र में 78 डायरिया के मरीज मिल चुके हैं.जिनमें से अधिकतर लोगों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है.दूषित जल से डायरिया फैलने की आशंका है, इसे देखते हुए बोरिंग पानी की सप्लाई भी बंद कर दी गई है. आपको बता दें कि भिलाई के खुर्सीपार इलाके में पिछले एक हफ्ते से डायरिया का प्रकोप बना हुआ है. अब तक 78 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं. जिसमें लगभग 8 मरीज अस्पताल में रहकर इलाज करवा रहे हैं. बाकी घर पर ही इलाज करा रहे हैं. आपको बता दें कि स्वास्थ्य अमले ने डेंगू मलेरिया डायरिया और पीलिया के मामले को लेकर भिलाई कैंप और खुर्सीपार के कुछ इलाकों को सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्र के तौर पर घोषित कर रखा है.
खुर्सीपार इलाके में महिला की हुई मौत : भिलाई के खुर्सीपार के गौतम नगर में डायरिया के प्रकोप से एक महिला की मौत हो गई. महिला का नाम करमैता गौतम है. जिसका इलाज सुपेला के लाल बहादुर शास्त्री सरकारी अस्पताल में चल रहा था. जहां उसकी तबीयत बिगड़ी और उसे दुर्ग के जिला अस्पताल में रेफर किया गया.लेकिन फिर भी उसकी तबीयत नहीं सुधरी. बाद में महिला को रायपुर के अंबेडकर अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां उसने दम तोड़ दिया. वहां से मंगलवार को महिला को भिलाई के शंकराचार्य अस्पताल लेकर आ रहे थे, तभी रास्ते में करमैता ने दम तोड़ दिया.
निगम की टीम कर रहे सर्वे : डायरिया के मरीज मिलने के बाद भिलाई नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही है. मितानिन घरों में सर्वे के दौरान उल्टी दस्त से पीड़ित लोगों की सूची बना रही है. वहीं आसपास के घरों में क्लोरीन टैबलेट भी बांटी जा रही है. लोगों को पानी को उबालकर पीने को कहा जा रहा है. मोबाइल मेडिकल यूनिट को भी इलाकों में तैनात किया गया है. बहरहाल खुर्सीपार के इस इलाके में हर साल इसी तरह डायरिया, पीलिया या डेंगू फैलता है. लेकिन फिर भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी हर बार शून्य ही होती है.
स्वास्थ्य प्रशासन का डायरिया कम होने का दावा : वहीं डॉक्टर बंजारे का कहना है कि गौतम नगर में स्वास्थ्य अमला लगा हुआ है. लगातार डायरिया का प्रकोप कम हो रहा है. लगातार लोगों को क्लोरीन टैबलेट वितरण किया जा रहा है. साथ ही पानी उबालकर पीने उबालकर पीने को कहा जा रहा है. बोर से मिलने वाला पानी फिलहाल बंद कराया गया है. पानी टैंकर के माध्यम से वार्डवासी को पानी दिया जा रहा है.
वार्ड वासियों का इनकार : गौतम नगर वार्ड वासियों का कहना है कि डायरिया दो-चार दिन में काफी ज्यादा फैल चुका है. इसकी मुख्य वजह दूषित पानी है. क्योंकि जो पानी घरों में आता है वह बोर के माध्यम से आता है. पाइपलाइन काफी खराब स्थिति में है. रहवासी गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं. भिलाई नगर निगम में शिकायत के बाद भी पाइपलाइन नहीं सुधरी. सीवरेज और पाइपलाइन एक साथ होने के कारण डायरिया और पीलिया जैसी बीमारी हो रही है.