दुर्ग: राजधानी रायपुर में सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मध्यक्षेत्र की बैठक संपन्न हुई, जहां पांच राज्यों में केंद्र सरकार के सहयोग से होने वाले विकास कार्यों और योजनाओं पर विशेष चर्चा की गई. छत्तीसगढ में नक्सल समस्या पर भी चर्चा की गई. वहीं झीरम हमले की जांच के मुद्दे पर राज्य और केंद्र सरकार के बीच अब भी पेंच फंसा है.
प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से जांच में सभी बिंदुओं को शामिल नहीं किए जाने की बात को दोहराते हुए जांच एसआईटी को सौंपने की मांग की है. जिसे लेकर मध्य क्षेत्र की बैठक में मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री शाह से कहा कि जांच का जिम्मा राज्य सरकार को सौंप दिया जाए.
सभी बिंदुओं पर जांच के लिए एसआईटी का गठन
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि कांग्रेस ने केंद्र से झीरम घाटी हमले की जांच राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है. उन्होंने कहा कि झीरम हमले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी NIA ने पूरी कर ली है, लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है. उन्होंने कहा कि झीरम हमले में जो नरसंहार हुआ था उसमें कांग्रेस ने कई वरिष्ट नेताओं को खोया था. इस हमले में जिम्मेदारी तय होनी चाहिए कि आखिर किसकी गलती से यह घटना हुई. इसलिए कांग्रेस सरकार ने सभी बिंदुओं पर जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.