दुर्ग : छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मुद्दा अब गरमाते जा रहा है. वहीं आरोप लग रहे हैं कि राज्य के गृहमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही धर्मांतरण का काम जोरों पर है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही हिंदू संगठनों ने विनायकपुर में धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ आंदोलन किया था. जिसके तहत धर्म परिवर्तित कर चुके लोगों की फिर से हिंदू धर्म में वापसी कराई थी. वहीं अब एक बार फिर धर्मांतरण का मामला सामने आया है. जिसके कारण क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है.
कहां का है मामला : मामला तिरगा झोला गांव का है.हिंदू सगंठनों ने आरोप लगाया है कि ईसाई मिशनरियों ने इस गांव के लोगों को बरगलाकर धर्म परिवर्तन कराया है. धर्म परिवर्तन की सूचना मिलते ही बजरंग दल, धर्मांतरण मुक्त छत्तीसगढ़, विचार क्रांति अभियान ने मिलकर धर्मांतरण की कार्रवाई को रुकवाया. इस दौरान संगठन ने प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना देकर ईसाई मिशनरियों के आयोजन को रद्द करवाया. साथ ही साथ गांव में मीटिंग करवाकर गांव वालों समेत आयोजकों को समझाईश दी गई.
"जहां पर भी धर्मांतरण की शिकायत मिली है वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी." - शलभ कुमार सिन्हा, दुर्ग एसपी
हिंदू संगठनों ने की अपील : हिंदू संगठनों ने इस घटना के बाद गांव के लोगों से अपील की है कि, वो ससम्मान एक हफ्ते के अंदर अपने धर्म में वापस आ जाए. साथ ही साथ धर्मांतरण का विरोध करने की अपील भी संगठनों ने ग्रामीणों से की है. इसके बाद भी यदि ग्रामीण नहीं माने, तो एक हफ्ते बाद हिंदू धर्म में वापसी का अभियान चलाया जाएगा.
धर्मांतरण के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा : धर्मांतरण के मुद्दे पर विपक्ष लंबे समय से सरकार से सवाल कर रहा है. वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के बयान और उसके बाद दी गई सफाई पर भी विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है.