दुर्ग: आमतौर पर दशहरे के त्योहार हम सबके लिए असत्य पर सत्य की जीत और अहंकार के दहन के रुप में देखा जाता है. लेकिन जब राजनीतिक पार्टियां किसी आयोजन में शामिल होने लगती हैं, तो धार्मिक मंच भी राजनीतिक होने लगता है. ऐसा ही एक मामला भिलाई के खुर्सीपार में आया है. जहां रावण दहन कार्यक्रम को लेकर विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के बेटे मनीष पांडे के साथ जंग छिड़ गई है.
धार्मिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा
दशहरा पूजन समिति के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता में कहा कि 'देवेंद्र यादव भिलाई में धार्मिक आयोजनों में सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा से प्रशासनिक दबाव बनाकर आवेदन को निरस्त कराया है'. वहीं उन्होंने कहा कि 'बदलापुर की राजनीति भिलाई में ही नहीं प्रदेश भर में इस तरह के धार्मिक आयोजनों को हाईजैक करने का काम किया जा रहा है'.
हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात
इस मामले को लेकर आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव और गृहमंत्री से भी गुहार लगाई है, लेकिन गृहमंत्री का सहयोग मिलने के बाद भी आखिर प्रशासन किस दबाव में परमीशन को निरस्त किया है. इसे लेकर आयोजन समिति मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है.