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पूर्व मंत्री के बेटे और विधायक के बीच छिड़ी जंग, दशहरा आयोजन को लेकर विवाद

भिलाई में पूर्व मंत्री के बेटे और विधायक देवेंद्र यादव के दशहरा आयोजन को लेकर दोनों के बीच विवाद छिड़ गई है.

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Published : Sep 28, 2019, 11:46 PM IST

पूर्व मंत्री के बेटे और विधायक के बीच छिड़ी जंग

दुर्ग: आमतौर पर दशहरे के त्योहार हम सबके लिए असत्य पर सत्य की जीत और अहंकार के दहन के रुप में देखा जाता है. लेकिन जब राजनीतिक पार्टियां किसी आयोजन में शामिल होने लगती हैं, तो धार्मिक मंच भी राजनीतिक होने लगता है. ऐसा ही एक मामला भिलाई के खुर्सीपार में आया है. जहां रावण दहन कार्यक्रम को लेकर विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के बेटे मनीष पांडे के साथ जंग छिड़ गई है.

पूर्व मंत्री के बेटे और विधायक के बीच छिड़ी जंग
दरअसल, 10 साल से आयोजन कराने वाली दशहरा उत्सव समिति ने अनुमति लेने SDM और भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन को आवेदन दिया, लेकिन आयोजन की अनुमति देने के बाद दुर्ग SDM ने अनुमति को निरस्त कर दिया, जिसके बाद से आयोजन समिति ने विधायक देवेंद्र यादव पर आरोप लगाना शुरु कर दिया है.

धार्मिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा
दशहरा पूजन समिति के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता में कहा कि 'देवेंद्र यादव भिलाई में धार्मिक आयोजनों में सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा से प्रशासनिक दबाव बनाकर आवेदन को निरस्त कराया है'. वहीं उन्होंने कहा कि 'बदलापुर की राजनीति भिलाई में ही नहीं प्रदेश भर में इस तरह के धार्मिक आयोजनों को हाईजैक करने का काम किया जा रहा है'.

हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात
इस मामले को लेकर आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव और गृहमंत्री से भी गुहार लगाई है, लेकिन गृहमंत्री का सहयोग मिलने के बाद भी आखिर प्रशासन किस दबाव में परमीशन को निरस्त किया है. इसे लेकर आयोजन समिति मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है.

दुर्ग: आमतौर पर दशहरे के त्योहार हम सबके लिए असत्य पर सत्य की जीत और अहंकार के दहन के रुप में देखा जाता है. लेकिन जब राजनीतिक पार्टियां किसी आयोजन में शामिल होने लगती हैं, तो धार्मिक मंच भी राजनीतिक होने लगता है. ऐसा ही एक मामला भिलाई के खुर्सीपार में आया है. जहां रावण दहन कार्यक्रम को लेकर विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के बेटे मनीष पांडे के साथ जंग छिड़ गई है.

पूर्व मंत्री के बेटे और विधायक के बीच छिड़ी जंग
दरअसल, 10 साल से आयोजन कराने वाली दशहरा उत्सव समिति ने अनुमति लेने SDM और भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन को आवेदन दिया, लेकिन आयोजन की अनुमति देने के बाद दुर्ग SDM ने अनुमति को निरस्त कर दिया, जिसके बाद से आयोजन समिति ने विधायक देवेंद्र यादव पर आरोप लगाना शुरु कर दिया है.

धार्मिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा
दशहरा पूजन समिति के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता में कहा कि 'देवेंद्र यादव भिलाई में धार्मिक आयोजनों में सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा से प्रशासनिक दबाव बनाकर आवेदन को निरस्त कराया है'. वहीं उन्होंने कहा कि 'बदलापुर की राजनीति भिलाई में ही नहीं प्रदेश भर में इस तरह के धार्मिक आयोजनों को हाईजैक करने का काम किया जा रहा है'.

हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात
इस मामले को लेकर आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव और गृहमंत्री से भी गुहार लगाई है, लेकिन गृहमंत्री का सहयोग मिलने के बाद भी आखिर प्रशासन किस दबाव में परमीशन को निरस्त किया है. इसे लेकर आयोजन समिति मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है.

Intro:यूँ तो आमतौर पर दशहरे के त्योहार हम सबके लिए असत्य पर सत्य की जीत व अहंकार के दहन के रुप में देखा जाता है पर जब राजनीतिक पार्टियां किसी आयोजन में शामिल होने लगती है तो धार्मिक मंच भी राजनीतिक होने लगता है। भिलाई के खुर्सीपार में होंने वाले रावण दहन का कार्यक्रम इसका एक उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है। Body:जी हां यहाँ के रावण दहन सत्ता के अहंकार की टकराहट देखी जा सकती है। वर्तमान विधायक देवेंद्र यादव पर पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के पुत्र मनीष पांडे ने नवजागृति विजयदशमी समिति के आयोजकों के साथ मिलकर ये आरोप लगाया है कि धार्मिक आयोजन में हस्तक्षेप कर विधायक शहर का माहौल खराब कर रहे है। प्रशासन ने विधायक के दबाव में लगभग 10 वर्षों से आयोजन करने वाली समिति को दिए गए अनुमति को निरस्त करके विधायक देवेंद्र यादव की दशहरा उत्सव समिति को अनुमति दे दी है। मनीष पांडे ने विधायक देवेन्द्र यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि भिलाई को मिनी इंडिया कहा जाता है हर धर्म और समाज के लोग यहाँ रहते है हर तरह का त्योहार कई सालों से शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है पर भिलाई में परिवर्तन की बात करने वाले इस तरह का परिवर्तन लाएंगे ये किसी ने नही सोचा था कि लोगो की धार्मिक आस्था और सद्भावना पर राजनीति की जाएगी। पूरा मामला दशहरा उत्सव से जुड़ा है यह तब सामने आया जब 10 वर्षों से आयोजन कराने वाली दशहरा उत्सव समिति ने की अनुमति लेने एसडीएम और बीएसपी प्रबंधन को आवेदन दिया गया। लेकिन आयोजन की अनुमति देने के बाद एसडीएम दुर्ग ने अनुमति को निरस्त कर दिया जिसके बाद से आयोजन समिति और महापौर देवेंद्र यादव के बीच विवाद शुरू हो गया। अब दशहरा पूजन समिति के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से महापौर देवेंद्र यादव पर भिलाई में धार्मिक आयोजनों में सौहार्द्र को बिगाड़ने की मंशा से प्रशासनिक दबाव बनाकर आवेदन को निरस्त करने का आरोप लगाया है। वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश में बदलापुर की राजनीति भिलाई में भी हो रही है भिलाई ही नही बल्कि प्रदेश भर में इस तरह के धार्मिक आयोजनों को हाईजैक करने का काम कर रहे है। Conclusion:इस मामले को लेकर आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री मुख्य सचिव और गृह मंत्री से भी गुहार लगाई है गृहमंत्री का सहयोग मिलने के बाद भी आखिर प्रशासन किस दबाव मे परमिशन को निरस्त किया है। आयोजन समिति ने मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर करने की बात कही।

बाईट :- मनीष पांडेय , संयोजक ,यंगिस्तान,भिलाई

कोमेन्द्र सोनकर,दुर्ग
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