दुर्ग : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव (Chhattisgarh municipal elections 2021) की तारीख की घोषणा के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई है. बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है. अब तक हुए 146 निकायों के चुनावों में 111 पर कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है जबकि 35 पर भाजपा काबिज हुई है. तो आइये जानते हैं छत्तीसगढ़ के किस निकाय क्षेत्र में अब तक क्या रहा है जीत-हार का गणित और वहां कैसे हैं चुनावी समीकरण...
साल 2000 में अस्तित्व में आई चरोदा नगर पालिका
भिलाई चरोदा नगर पालिका के रूप में साल 2000 में अस्तित्व में आई. इस नगर पालिका के गठन के बाद से ही यहां की कहानी दिलचस्प रही. इसके पहले अध्यक्ष विजय बघेल (निर्दलीय) रहे.
पांच साल पहले बना नगर निगम
साल 2016 में भिलाई चरोदा को नगर निगम बनाया गया. इस नगर निगम की कुर्सी पर भी सबसे पहले महिला मेयर ही काबिज हुईं. यहां की पहली मेयर चंद्रकांता मांडले (भाजपा) रहीं.
40 वार्ड का है भिलाई चरोदा
भिलाई चरोदा नगर निगम में कुल 40 वार्ड हैं. यह नगर निगम दो हिस्सों में बंटा हुआ है. पहला भिलाई चरोदा निगम शहरी और दूसरा भिलाई चरोदा निगम ग्रामीण. वर्तमान में यहां मेयर पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित है. यहां कुल 88,205 मतदाता हैं.
सबसे हाई प्रोफाइल है यह सीट
यह नगर निगम अहिवारा विधानसभा का हिस्सा है. इसके विधायक मंत्री रुद्र कुमार गुरु हैं. इस निगम क्षेत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सांसद विजय बघेल का आवास है, इसलिए यह सीट सबसे हाई प्रोफाइल है.
दो बार निर्दलीय, एक बार भाजपा की रही सत्ता
इस नगर निगम पर दो बार निर्दलीय और एक बार भाजपा की सत्ता रही है. लेकिन यहां आज तक कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई है. यहां 112 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 88,205 मतदाता मेयर का भाग्य तय करते हैं.