दुर्ग : एक दिसंबर से शुरू हुई धान खरीदी के पहले दिन ही जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. किसानों से खरीदे गए धान को रखने के लिए बारदाना नहीं दिए जाने पर दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे ने राशन दुकानों पर कार्रवाई की है. राज्य शासन के निर्देश के बाद भी धान खरीदी के लिए बारदाना उपलब्ध नहीं कराना, जिले के छह राशन दुकान संचालकों को महंगा पड़ गया. जिला प्रशासन ने सभी छह राशन दुकानों को निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में राशन दुकान से संबंधित हितग्राहियों को नजदीकी समितियों में अटैच किया गया है.
1 दिसम्बर से धान खरीदी शुरू हो गई है, जिसके लिए सरकारी राशन दुकानों में उपलब्ध बारदानों में किसानों से खरीदा गया धान रखा जाना है. ऐसी स्थिति में राशन दुकानों में पीडीएस चावल से खाली हुए बारदानों में धान रखकर संग्रहण केंद्र तक पहुंचाया जाएगा. लेकिन शासन के आदेश के बावजूद जिले की 6 राशन दुकानों ने बारदाना उपलब्ध नहीं कराया. जिसपर सभी राशन दुकानों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है.
निलंबित राशन दुकाने
- अम्बे दीदी बैंक गनियारी
- प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार छावनी, भिलाई
- जय हनुमान प्राथमिक सहकारी भंडार कैम्प 1, भिलाई
- ग्राम पंचायत बसनी
- परसदा व नंदिनी खुदनी
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दुकान संचालकों के खिलाफ कार्रवाई जारी
कोरोना संकट काल में मिल बंद होने के कारण इस बार धान खरीदी के लिए राज्य शासन को केंद्र से पर्याप्त बारदाना उपलब्ध नहीं हो पाया है. ऐसे में धान खरीदी में पीडीएस के बारदानों का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है. कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे ने बताया कि इस दौरान बारदाना उपलब्ध नहीं कराने वाले दुकान संचालकों के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी.