दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कर्ज में डूबे एक किसान ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने वाले जिले के मोरिद गांव के किसान रविंद्र वर्मा ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है. किसान ने अपने घर से पांच मीटर दूर बाड़ी के पेड़ से लटककर अपनी जान दी है.
मृतक रविंद्र वर्मा द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में लेनदेन को लेकर जिक्र है. साथ ही पैसा वापस मांगने वाले दो लोगों का नाम और कर्ज वसूली से परेशानी की बात लिखी है. जानकारी के मुताबिक, मृतक किसान ने कृषि संबंधित काम के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपए का कर्ज लिया था. यह कर्ज बैंक, परिचित और रिश्तेदारों से लिया गया था. जिस कारण वह आर्थिक तंगी का शिकार हो गया था.
घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. जिसके बाद ही पुलिस ने मृतक का शव परिजन को सौंपा है. मामले में पुलिस परिजनों के बयान के बाद और सुसाइड नोट के आधार पर जांच कर रही है. जिन लोगों के नाम का जिक्र सुसाइड नोट में किया गया है पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस ने मृतक किसान रविंद्र वर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में सिरसाकला के किसान हिमांशु शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक रविंद्र ने आरोपी हिमांशु से 3 लाख रुपए उधार लिए थे. इसके बदले में आरोपी ने किसान की दो एकड़ जमीन का इकरारनामा कर लिया था, लेकिन जब मृतक ने जमीन बेचने के इनकार कर दिया तो आरोपी हिमांशु ने उससे 3 लाख की बजाय 20 लाख रुपए की मांग की. जिसके बाद रविंद्र ने सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगा ली.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मृतक किसान रविंद्र पर बैंक का भी करीब 6 लाख रुपए कर्ज था. पुलिस ने मामले में बैंक से जानकारी मांगी है. घटना स्थल से प्राप्त सुसाइड नोट से पता चला है कि उसमें हिमांशु के साथ एक महिला का भी नाम लिखा है. महिला की पांच एकड़ जमीन में मृतक किसान खेती करता था. दोनों के बीच में 1 करोड़ रुपए का लेनदेन का जिक्र भी सुसाइड नोट में है. दुर्ग ग्रामीण एएसपी अनंत साहू ने बताया कि किसान के परिवार को बयान के लिए बुलाया गया है. सुसाइड नोट में जिनका जिक् है उनसे पूछताछ की जा रही है. एक आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.