भिलाई: भिलाई के नर्सिंग कॉलेज की छात्रा की दूषित भोजन से मौत होने के बाद पुलिस ने रस्तोगी कॉलेज के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया (Case registered against two people in Bhilai Rastogi College) है. वहीं, प्रबंधन और निजी हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही के बाद अब नगर निगम प्रशासन भी प्रबंधन को हॉस्टल खाली करने का नोटिस जारी किया है. रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज और वेद हॉस्टल में दो दिन पहले एक छात्रा की मौत और 39 बच्चों को फूड प्वाइजनिंग की शिकायत के बाद पुलिस ने रस्तोगी कॉलेज के संचालक शशांक रस्तोगी और हॉस्टल के संचालक माणिकलाल राठौर के खिलाफ 304 ए का मामला दर्ज कर लिया है.
अन्य लोगों की हो सकती है गिरफ्तारी: इस विषय में पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव का कहना है कि "इस प्रकरण में कामिनी नाम की एक छात्रा की दूषित भोजन से मौत हुई थी. इसलिए सीएमएचओ की रिपोर्ट के अनुसार मामला दर्ज कर लिया गया. जांच के बाद अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी की संभावना है.
हॉस्टल को दूसरी जगह किया जाएगा शिफ्ट: बता दें कि दो दिन पहले रस्तोगी कॉलेज से 39 बच्चों को फूड प्वाइजनिंग की समस्या हो गई थी, जिसमें एक छात्रा की मौत हो गई. इधर, भिलाई नगर निगम ने भी हॉस्टल को खाली कराये जाने का नोटिस जारी कर दिया है. इस विषय में निगम महापौर निरजपाल का कहना है "रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज के 6 हॉस्टल शहर में संचालित हैं. इन सभी हॉस्टलों में एक ही मेस से खाना बच्चों तक पहुंचाया जाता है. दूषित भोजन और पानी को लेकर रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ निगम प्रशासन भिलाई के द्वारा संचालक को नोटिस थमाया गया है. जिसके तहत तत्काल प्रभाव से महज तीन दिनों में बच्चों को हॉस्टल से दूसरी जगह शिफ्ट कर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के आदेश दिये गए हैं.
छात्रा की मौत होने के बाद हुआ खुलासा: यहां सभी छात्र स्किल डेवलेपमेंट की ट्रेनिंग ले रहे थे. बताया जा रहा है कि पुराने वाटर कूलर से पानी पीने के लिए उपयोग किया जाता था. लेकिन आरओ को नहीं बदला गया. 29 जुलाई से वेद हास्टल के छात्राओं की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी. लेकिन बालोद निवासी कामिनी की मौत के बाद मामला सार्वजनिक हो गया.
यह भी पढ़ें: Food Poisoning Bhilai Rastogi College: रस्तोगी कॉलेज हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज
क्या कहता है प्रबंधन: डीडीयूजीकेवाई स्किल ट्रेनिंग जनरल मैनेजर श्रीनू नायर ने कहा कि "रस्तोगी कॉलेज में स्मृति नगर भिलाई स्थित वेद हॉस्टल में डीडीयूजीकेवाई स्किल ट्रेनिंग कोर्स में बच्चों के ठहरने की व्यवस्था की गई है. 29 जुलाई को वेद हॉस्टल के 5-6 बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उन्हें स्मृति नगर स्थित हाईटेक हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया. 30 और 31 जुलाई को और 40 बच्चों को भी उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उन्हें भी उपचार के लिए हाईटेक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. बच्चों का उपचार जारी है. 10-12 बच्चे ठीक होकर वापस हॉस्टल आ गए हैं. एक अन्य लड़की कामिनी को बुखार की शिकायत होने पर 29 जुलाई को उसके परिवार वाले आवेदन देकर अपने घर ले गए थे. बाद में पता चला कि 31 जुलाई रात को तबीयत खराब होने पर राजनांदगाव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां उपचार के दौरान कामिनी की मृत्यु हो गई. प्रबंधन द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य खराब होने पर तत्काल उपचार के लिए समूचित व्यवस्था की गई है. प्रबंधन द्वारा लापरवाही नहीं की गई है.''