दुर्ग: लॉकडाउन के समय छत्तीसगढ़ पुलिस का संवेदनशील चेहरा सामने आया है. शनिवार रात भिलाई स्टील प्लांट में कार्यरत विकास कुमार सिंह ने अपने कमरे में फंसी लगा ली. आत्महत्या के बाद परिजनों ने मृतक का शव गृहग्राम में लाने के लिए उत्तरप्रदेश शासन से सोशल मीडिया में गुहार लगाई थी. जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने विकास के पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से गृहग्राम उत्तरप्रदेश के मेरठ के लिए रवाना कर दिया.
![body of BSPs manager sent to Meerut in durg](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-drg-02-shav-rawana-photo-script-cg10012_19042020224608_1904f_1587316568_660.jpg)
मृतक के परिजन ने निधन की खबर देते हुए मदद के लिए ट्वीट कर छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग किया था. उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीट में छत्तीसगढ़ पुलिस को टैग कर मदद मांगी. देर रात ट्वीट की जानकारी मिलते ही डीजीपी डीएम अवस्थी ने दुर्ग एसएसपी अजय यादव को पार्थिव शरीर परिवार के पास मेरठ पहुंचाने की व्यवस्था करने को कहा गया.
DGP के आदेश पर शनिवार रात में एसएसपी ने अधीनस्थों को जल्दी से जल्दी सभी औपचारिकताएं पूरी कर शव मेरठ रवाना करने के लिए निर्देश दिए. रविवार को सभी औपचारिकताएं पूरी होते ही दुर्ग पुलिस ने एम्बुलेंस उपलब्ध कराई और रास्ते में पड़ने वाले सभी राज्यों के लिए यात्रा अनुमति प्रदान करते हुए शव को मेरठ के लिए रवाना किया. आपको बता दे कि भिलाई स्टील प्लांट में कोक ओवन में पदस्थ विकास कुमार सिंह अपने सेक्टर 4 में अकेला रहता था.