दुर्ग: बठेना गांव में 5 लोगों की मौत मामले में सियासी पारा धीरे-धीरे चढ़ रहा है. एक तरफ जहां विधानसभा में इस मामले को लेकर विपक्ष ने जमकर हमला बोला और स्थगन प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही छोड़ बाहर निकल गए. इसके बाद पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के साथ बीजेपी विधायक दल पाटन के बठेना गांव पहुंचे. जहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और घटना स्थल का जायजा लिया. इस दौरान बीजेपी ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है.
रमन सिंह ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहां की दुर्भाग्य जनक की स्थिति पूरे छत्तीसगढ़ के लिए है. जिसका केंद्र बिंदु पाटन बनता जा रहा है.खुड़मुड़ा के बाद अब बठेना में जिस तरह की संदेहास्पद मौत हुई है उसका कारण ढूंढ पाना आज भी कठिन लगता है. उन्होंने कहा कि इस घटना ने प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है कि आखिर इनकी मौत कैसे हुई है. रमन सिंह ने कहा कि कि इस मामले को जानने के लिए इंटेलिजेंट इन्वेस्टिगेशन जरूरी है. बठेना मामले पर अधिकारियों से बातचीत की जाएगी. साथ ही डीजीपी से उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे. क्योंकि जब तक जांच नहीं होगी, मामले की जानकारी नहीं मिल पाएगी.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में दो माह के भीतर ये दूसरी घटना है. उन्होंने कहा कि सीएम का विधानसभा होने के नाते यह वीवीआई इलाका है, उसके बावजूद 2 माह में 2 मामले सामने आ गए. सीएम कहते हैं कि खुड़मुड़ा के आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं, उसके बाद बठेना में दूसरी घटना सामने आती है. यह प्रदेश के लिए अत्यंत की चिंता का विषय है. कौशिक ने कहा कि चाहे आत्महत्या का मामला हो या हत्या का यह एक हृदय विदारक घटना है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट हो गई है. भूमाफियाओं का बोलबाला और सूदखोरी पनप रही हैं, जिससे कहीं न कही लोगों को आत्महत्या के लिए विवश किया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शायद यही वजह है कि प्रदेश में 2 साल में 439 किसान आत्महत्या कर लिए हैं. कौशिक ने बठेना मामले पर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
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यह मामला आत्महत्या का नहीं: बृजमोहन अग्रवाल
पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस तरह की घटना की शुरुआत होना दुखद है. पहले अभनपुर उसके बाद खुड़मुड़ा और अब बठेना की घटना. उन्होंने कहा कि बठेना की घटना जिस प्रकार दिखाई देती है उसे देखकर लगता है कि यह हत्या की घटना है. मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र होने की वजह से पुलिस इस मामले को आत्महत्या बता रही है. उन्होंने कहा कि यह घटना आत्महत्या नहीं है, क्योंकि जिन तीन लोगों को जलाया गया उनके पैर को तार से बांधा गया. बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि जिन दो लोगों की लाश फंदे पर लटकी मिली और उनके पैरों पर जलने के निशान हैं, उसे देखकर लगता है कि पहले ये उन तीनों को बचाने की कोशिश की. उसके बाद इन्हें मार कर लटकाया गया होगा. सरकार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों को संरक्षण दे रही है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बताया कि अब तक परिवार से मुलाकात करने कोई नहीं पहुंचा है. उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में आर्थिक सहायता भी शासन-प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को नहीं दिया गया है. जबकि यह स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विधानसभा क्षेत्र है. उन्होंने बताया कि बीजेपी ने 1 लाख रुपये आर्थिक सहायता राशि की घोषणा की है, जो पीड़ित परिवार को कल मुहैया करा दी जाएगी.
विधानसभा में गूंजा मामला
बठेना कांड का मामला सोमवार को विधानसभा में गूंजा. बीजेपी विधायकों ने बठेना कांड को लेकर सरकार को घेरा. विपक्षी विधायकों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए भूपेश सरकार को आडे़ हाथों लिया. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने शून्यकाल में हत्या मामले पर स्थगन देकर चर्चा कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार पर जमीन माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया. दुर्ग में जमीन माफिया के कारण हत्याएं हो रही है. सरकार हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रही है.पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्थगन प्रस्ताव पर काम रोककर चर्चा कराने की मांग की.
गृहमंत्री ने दिया जवाब
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम गंभीरतापूर्वक जांच कर रही है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री के विधानसभा में पहले खुड़मुडा में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या हुई. अब उनके ही विधानसभा में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हुई. यह आत्महत्या नहीं है, यह हत्या है. हत्या को आत्महत्या बताया जा रहा है. झूठा आत्महत्या का पत्र बनाया गया है. उन्होंने कहा कि बिना जांच के आत्महत्या बताना उस परिवार और जनता के साथ अन्याय है.
क्या है बठेना कांड?
दुर्ग के बठेना गांव में शनिवार को एक ही परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. पाटन थाना से महज 3 किलोमीटर दूर गायकवाड़ परिवार के पांच लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है. पिता-पुत्र की एक ही फंदे में झूलते हुए लाश मिली. वहीं पास ही एक पैरावट में तीन लाश और मिली. बठेना की घटना के बाद दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने घटनास्थल का जायजा लिया. पुलिस के मुताबिक गायकवाड़ परिवार के मुखिया राम बृज की पत्नी जानकी बाई और उसकी दोनों बेटियां ज्योति और दुर्गा की हत्या कर उनके शव को पैरावट में ले जाकर जला दिया गया है. इसके बाद बेटे की हत्या कर घर के मुखिया ने खुद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है.