दुर्ग: बोल बम सेवा और कल्याण समिति ने भगवान भोले शंकर की मध्य भारत की सबसे बड़ी बारात निकाली. 13 वें साल निकाली गई झांकी गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई है. शिवजी की बारात हथखोज से शुरू होकर दुर्गा मैदान तक निकाली गई. बारात में इस साल पूरे भारत से लगभग 151 झाकियां देखने को मिली. मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सीएम रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे.
गरियाबंदः महाशिवरात्रि पर भूतेश्वरनाथ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
विभिन्न राज्यों की 151 झांकियां आकर्षण का केंद्र
बाबा की बारात हथखोज इंदिरा नगर से शुरू होकर ट्रांसपोर्ट नगर रोड, कैनाल रोड, बोल बम चौक, नन्दी तिराहा होते दुर्गा मैदान विवाह स्थल तक निकाली गई. इस बार छत्तीसगढ़ के लोगों को केरल से थयम और कथकली जैसी झांकियां देखने का सौभाग्य मिला. आंध्रा की राजमुंदरी झांकी आकर्षण का केंद्र रही. दिल्ली और उत्तर प्रदेश की झांकियां राममंदिर की तर्ज पर रही. उड़ीसा, बस्तर और संपूर्ण भारत से लगभग 151 झाकियां भिलाई में देखने को मिली.
छत्तीसगढ़ के इस मंदिर में गंधेश्वर के रूप में पूजे जाते हैं भगवान शिव
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी डॉ मनीष विश्नोई ने 151 झांकियों का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर लिया है. नेताओं ने बोल बम की पूरी टीम को बधाई दी. साथ ही जो झांकियां बाहर से आई, उन सभी को भी बधाई दी.
ब्राजील के कार्निवल से की गई तुलना
महाशिवराात्रि में होने वाले इस कार्यक्रम की तुुलना ब्राजील में होने वाले कार्निवाल से की गई. बोल बम सेवा और कल्याण समिति के अध्यक्ष दयाल सिंह का कहना है कि लगातार 13 वर्षों से बोल बम की बारात निकली जा रही है. गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए पूरी समिति को उन्होंने बधाई दी.