दुर्ग: भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन ने काम बंद कर प्रदर्शन करने वाले कर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. प्रबंधन ने 4 कर्मचारियों के खिलाफ थाने में FIR भी दर्ज करवाई है. 13 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है. 19 कर्मियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है. जिन कर्मचारियों पर FIR दर्ज की गई है, उन पर इमरजेंसी बटन के कवर को तोड़कर स्विच बंद करने का आरोप लगा है. इसकी लिखित शिकायत भट्ठी थाने में प्रबंधक द्वारा की गई है. जिसके बाद पुलिस ने कर्मचारियों के खिलाफ धारा 448, 186, 427, 34 व 3 लोक संपत्ति को नुकसानी का निवारण अधिनियम 1984 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
अनुकंपा नियुक्ति और सुरक्षा की कर रहे मांग
दरअसल ये कर्मचारी शुक्रवार को हड़ताल पर थे. ये काम बंद कर प्रदर्शन कर रहे थे. बिना किसी यूनियन का समर्थन लिए कर्मचारियों ने स्वस्फूर्त होकर URM, BRM और ब्लास्ट फर्नेस 8 जैसी महत्वपूर्ण 5 इकाईयों में उत्पादन को पूरी तरह ठप कर दिया था. वायर रॉड मिल और मर्चेंट मिल जैसी कुछ मिलों में भी हड़ताल का आंशिक असर रहा. कर्मचारी कोरोना बीमा, कोरोना से मौत होने पर परिवार के आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति और प्लांट के अंदर सुरक्षा व सैनिटाइजर देने की मांग कर रहे हैं. अपनी इन्हीं मांगों को लेकर कर्मचारी अड़े हुए हैं, क्योंकि BSP में अब तक 150 से ज्यादा कर्मचारियों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है.
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बीएसपी के डीजीएम वैशाली सुपे की कोरोना से मौत
6 मई को उग्र प्रदर्शन की चेतावनी
प्रदर्शन कर रहे BSP कर्मचारियों पर FIR और सस्पेंशन के बाद कर्मचारी नेताओं में प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश है. हिंद मजदूर सभा के अध्यक्ष एच एस मिश्रा ने बताया कि जो कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे थे, वे अपने हक और अधिकार के लिए कर रहे हैं. क्योंकि 150 से अधिक कर्मचारियों की मौत कोविड की वजह से हुई है. प्रबंधन ने उनके परिजनों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति भी नहीं दी है. इसके साथ ही जिन कर्मचारियों की मौत कोविड 19 से हो रही है, उनके परिजनों को अस्पताल में वह लाभ नहीं मिल पा रहा है, जो कर्मचारी के जीवित रहते मिलता है. उन्होंने आरोप लगाया कि FIR और सस्पेंड कर प्रबंधन हमें नहीं धमका सकता. यदि प्रबंधन FIR और संस्पेंशन वापस नहीं लेगा, तो 6 मई को उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.
दुर्ग में एक बार फिर बढ़ा लॉकडाउन, 6 मई सुबह 6 बजे तक कुछ छूट के साथ सब बंद
BSP में रोस्टर नियमों का नहीं हो रहा पालन
प्रदर्शन कर रहे BSP कर्मचारी रमकेश मीणा ने बताया कि BSP में अब तक 150 से ज्यादा कर्मचारियों की मौत हो गई है. इसके साथ ही 3 हजार कर्मचारी पॉजिटिव आ चुके हैं, बावजूद प्रबंधन की ओर से लगातार काम को लेकर दबाव बनाया जा रहा है, जबकि कोविड से मौत होने वाले कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति भी नहीं दी जा रही है. ऐसे में सभी कर्मचारी अनुकंपा नियुक्ति के साथ ही बीमा और प्लांट में खुद की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर समेत उचित सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि सेक्टर 9 अस्पताल में BSP कर्मचारी और परिजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. उन्होंने बीएसपी प्रबंधन पर आरोप लगाया कि बीएसपी में रोस्टर नियमों का भी पालन नहीं हो रहा.
दुर्ग जिले में कोरोना
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले में रायपुर के बाद दुर्ग प्रदेश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है. 6 अप्रैल से दुर्ग जिले में लॉकडाउन लगने के बावजूद संक्रमण और मौत के आंकड़े थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. रविवार को जिले में 1355 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई, जबकि शनिवार को जिले में 1,786 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव थी. रविवार को 21 लोगों की जान गई, जबकि शनिवार को कोरोना से 23 लोगों की मौत हुई थी.