दुर्ग: चीन में बढ़ रहे निमोनिया और कोरोना वायरस के केसों को देखते हुए छत्तीसगढ़ के अस्पताल खुद को तैयार करने में जुट गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी दुर्ग के अस्पतालों को अलर्ट जारी कर अपनी तैयारियां पुख्ता करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. दुर्ग के सीएमएचओ ने भी कहा है कि बदलते मौसम में बच्चों को लेकर सतर्क रहने की जरूत है. अगर बच्चों को सर्दी खांसी और बुखार लंबे समय तक रहे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. डॉक्टर के पास नहीं जाकर घर में इलाज करने से छोटी समस्या भी बड़ी बन जाती है.
इस मौसम में क्या क्या रखें ध्यान: स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बदलते मौसम में वायरल बीमारियां तेजी से फैलती हैं और इसके वायरस भी खतरनाक साबित होते हैं. सामान्य रुप से पहले तो बच्चों को सर्दी खासी होती है फिर निमोनिया के भी लक्षण दिखाई देने लगते हैं. ऐसे में तुरंत डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए. दुर्ग के सीएएमएओ ने कहा कि भारत सरकार ने भी चीन की रहस्यमयी बीमारी से निपटने के लिए और निमोनियां से रोकथाम के लिए सांस प्रोग्राम चलाया है. प्रोग्राम के तहत लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है साथ ही सतर्क भी किया जा रहा है.
गर्म खाना और गर्म कपड़े जरूरी: स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बच्चों गर्म कपड़े पहनाने चाहिए ताकि उनको इस बदलते मौसम में सर्दी से बचाया जा सके. छोटे बच्चों को खासकर गर्म खाना दें ताकि शरीर को खाने और गर्म कपड़ों से गर्मी और उर्जा दोनों मिल सके. डॉक्टरों ने सलाह दी है कि इस मौसम में जब बीमारियां बढ़ रही हों तो भीड़ भाड़ में जाने से बचें. डॉक्टरों का कहना है कि अगर जरुरी हो तो बाहर मास्क पहनकर ही जाएं. जिस तरह से कोरोना में हम लोगों ने साफ सफाई अपनाई उसे फिर से शुरु कर दें.