दुर्ग: छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण को लेकर बीजेपी और बजरंग दल प्रदर्शन (Bajrang Dal demonstration against conversion) कर रहे हैं. इसी कड़ी में दुर्ग में विभिन्न क्षेत्रों में जारी धर्मान्तरण के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में बजरंग दल ने प्रदर्शन किया. पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए विशेष बल तैनात किया. इस दौरान बजरंग दल के लोगों ने धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है.
बजरंग दल का आरोप है कि पुलिस में शिकायत किए जाने के बावजूद संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. जिसके विरोध स्वरूप बजरंग दल ने आज कलेक्टोरेट घेराव किया. बाद में प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात में एसएसपी बद्रीनारायण मीणा ने उन्हें मामले की गंभीरता से जांच कराए जाने और उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया. जिसके बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया.
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ईसाई मशीनरी पर आरोप
सुपेला, दुर्ग, जामुल क्षेत्रों में ईसाई मशीनरी द्वारा हिंदूओं को प्रलोभन देकर धर्मान्तरण कराए जाने की शिकायत बजरंग दल ने की थी. जिस पर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई महज प्रभावित पक्षों तक सीमित रहने का आरोप बजरंग दल द्वारा लगाया गया है. वहीं पीड़ितों के बयान भी दबाव पूर्वक बदले जाने का आरोप भी लगाया जा रहा है. धर्मान्तरण के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर आज बजरंग दल द्वारा यह प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शनकारियों ने दुर्ग ग्रीन चौक से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट पहुंचे. जहां भारी पैमाने पर तैनात पुलिस बल ने आगे बढ़ने से उन्हें रोक दिया. इस मौके पर मौजूद एएसपी सिटी संजय ध्रुव ने धर्मान्तरण की शिकायत (complaint of conversion) पर पुलिस द्वारा लिए गए बयान बदले जाने के आरोप पर कहा कि यदि इन्हें संतुष्टि नहीं है तो एसएसपी ने संबंधितों का बयान मजिस्ट्रेट के सामने कराए जाने के निर्देश दिए हैं. जिसके आधार पर अब जल्द ही प्रभावितों के बयान मजिस्ट्रेट के समाने दर्ज कराए जाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा. पुलिस द्वारा कलेक्ट्रेट आने से पहले ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया.