दुर्ग: दुर्ग में बजरंग दल के कार्यकर्ता आपस में उलझ पड़े. अंजोरा चौकी में एक्सीडेंट जैसे छोटे मामले को थाने से रफादफा कराने की एवज में बजरंग दल के एक नेता की अवैध वसूली के मामले ने इतना तूल पकड़ा कि संगठन के वरिष्ठ नेताओं को उसके खिलाफ शिकायत करना पड़ा. पुलिस चौकी में ही दोनों गुट आमने सामने हो गए और थाना परिसर में ही दोनों पक्ष वाद विवाद करने लगे. इस वाद विवाद में एक पक्ष ने देशी कट्टा तक निकाल लिया. पुलिस वीडियो के आधार पर हथियार रखने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह रही है.
क्या है पूरा मामला: यह पुलगांव थाना के अंजोरा पुलिस चौकी क्षेत्र का मामला है. दरअसल डेढ़ साल पहले अंजोरा निवासी एक साइकिल सवार बुजुर्ग व्यक्ति को दो पहिया सवार ने ठोकर मार दी थी. पुलिस ने बाइक जब्त किया था. इस मामले को रफादफा करने के एवज में बजरंग दल के नेता रामलोचन तिवारी ने बाइक मालिक से 40 हजार ले लिया. डेढ़ साल बाद भी जब मामला खत्म नहीं हुआ तो पीड़ित ने इसकी शिकायत बजरंग दल के वरिष्ठ नेताओं के पास की.
क्यों भिड़े बजरंगी: आज बजरंग दल के सदस्य अंजोरा चौकी पहुंचे. रामलोचन तिवारी भी अपने साथियों के साथ अंजोरा चौकी पहुंच गया. दोनों पक्षों के बीच थाना परिसर में जमकर विवाद हुआ, जिसको देखते हुए पुलिस का बल लगाया गया. पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों के बीच आपस में ही झूमाझटकी शुरू हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि एक पक्ष के बड़े पदाधिकारी ने सीधे देसी कट्टा निकालकर फायर करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने तत्काल कट्टा को जब्त कर लिया है.
''सामाजिक संगठन के दो पक्षों का विवाद था. इस विवाद में एक पक्ष देशी कट्टा निकालकर फायर करने का प्रयास कर रहा था. कट्टा छीनकर जप्त किया है. थाना परिसर में वाद विवाद की वीडियो फुटेज के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.'' शलभ सिन्हा,एसपी
पीड़ित पक्ष ने दुर्ग SP के सामने अपना पक्ष रखा. जिसके बाद सिटी कोतवाली में पीड़ित पक्ष का बयान दर्ज कराया गया. इस पूरे मामले में बजरंग दल के प्रदेश संयोजक रतन यादव ने रिवाल्वर निकलने की बात को सिरे से खारिज करते हुए संघ के बड़े नेताओं पर निशाना साधते हुए संगठन में ऐसी नियुक्तियों पर प्रश्न चिन्ह लगाया है.
बजरंग दल के रतन यादव ने मीडिया को बताया कि यह लड़ाई संगठन की लड़ाई नहीं है बल्कि अवैध वसूली को लेकर है. काफी वक्त से शिकायतें मिल रही थी कि राकेश तिवारी द्वारा अवैध वसूली की जा रही थी. इसी बीच एक प्रार्थी पहुंचा और बताया कि राकेश तिवारी ने उससे पुलिस को देने के नाम पर 40 हजार रुपए ले लिए हैं. जिसके बाद प्रार्थी को लेकर अंजोरा चौकी पहुंचे. फिर प्रार्थी को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे. उनके निर्देश पर कोतवाली थाना में अवैध वसूली का यह मामला दर्ज कराया गया.