भिलाई: आज छत्तीसगढ़ निर्माता पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है. पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है. छत्तीसगढ़ में भी स्वर्गीय अटलजी को खास तरीके से याद किया गया. पांचवीं पुण्यतिथि पर प्रदेश के भिलाई में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें सांसद विजय बघेल ने स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को अटल स्मृति उद्यान में पुष्पांजलि देकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सैंकड़ो भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए.
छत्तीसगढ़ के निर्माण में अटलजी की थी बड़ी भूमिका : स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता था. छत्तीसगढ़ के अलग राज्य की मांग को केंद्र में रखकर आचार्य नरेंद्र दुबे ने 1965 में ‘छत्तीसगढ़ समाज’ की स्थापना की. इसके करीब दो साल बाद साल 1967 में डॉ. खूबचंद बघेल ने छत्तीसगढ़ी महासभा को विसर्जित कर ‘छत्तीसगढ़ी भ्रातृ संघ’ बनाया और राज्य की मांग को पुनर्जीवित किया. लेकिन अटलजी की वो हुंकार यादगार तारीख बन गई. 2 जनवरी 1995 को रायपुर में सर्वदलीय मंच की रैली हुई, जिसमें छत्तीसगढ़ के 7 सांसद, 23 विधायक और दो मंत्री शामिल हुए. चंदूलाल चंद्राकर के निधन के बाद मंच बिखर सा गया. लेकिन तब तक राज्य की मांग राजनीतिक दलों के लिए जरूरी बन चुकी थी. हालांकि आंदोलन में कमजोरी आ गई थी. तभी राजनीति की सभी संभावनाओं को समेटकर विद्याचरण शुक्ल इस आंदोलन में कूद पड़े. उन्होंने राज्य संघर्ष मोर्चा का गठन किया.
अटल जी देश के इकलौते ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री जिनकी मंदिर में सुबह शाम होती है पूजा |
अटल बिहारी बाजपेयी के अनमोल वचन, जानिए |
छत्तीसगढ़ के निर्माण में अटल बिहारी का योगदान |
अटलजी ने निभाया अपना वादा : अटलजी के आंदोलन का असर दिल्ली तक होने लगा. इन्हीं कारणों से चुनाव के दौरान बीजेपी के नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने रायपुर की सप्रेशाला मैदान की सभा में जनता से वादा किया था. अटलजी का वादा था कि ‘आप मुझे 11 सांसद दो मैं छत्तीसगढ़ दूंगा’. फिर क्या था... केंद्र में अटल जी की सरकार बनी. लगभग एक साल बाद यानी कि 31 जुलाई 2000 को लोकसभा में और 9 अगस्त को राज्य सभा में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के प्रस्ताव पर मुहर लगी. 4 सितंबर 2000 को भारत सरकार के राजपत्र में प्रकाशन के बाद 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ देश के 26वें राज्य के तौर पर अस्तित्व में आया.
भिलाई में ऐसे सजेगा उद्यान: भिलाई में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी उद्यान के सौंदर्यीकरण को लेकर भूमिपूजन किया गया.फिलहाल इस उद्यान में स्वर्गीय अटलजी की मूर्ति लगी है. आगामी दिनों में अटलजी के व्यक्तित्व के अनुसार उद्यान के दिवारों पर पेंटिंग कर सजाया जाएगा. इस बात की जानकारी दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल ने दी.
मूर्ति पर हुआ था विवाद: बता दें कि कुछ माह पहले दुर्ग अटल स्मृति उद्यान में अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति बैठाने को लेकर वार्ड पार्षद मन्नान गफ्फार खान और उनके समर्थकों की ओर से विवाद किया गया था. विवाद इतना बढ़ गया था कि पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. उस विवाद में कई लोग घायल हुए. जैसे-तैसे पुलिस और एसडीएम की मदद से मूर्ति की स्थापना की गई.