दुर्ग: दुर्ग में पुलिस की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसलस, दुर्ग पुलिस ने पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को फरसगांव जिला कोंडागांव से गिरफ्तार किया है. ठग ने खुद को कांकेर एसआईबी में पदस्थ बता कर कई लोगों को ठगा है.
कई लोगों से कर चुका है ठगी: इस विषय में रानीतराई थाना प्रभारी मनोज प्रजापति ने बताया कि रेंगाकठेरा निवासी मिथलेश चतुर्वेदी ने थाने में मामला दर्ज कराया कि उसके साथ नौकरी ने नाम पर ठगी की गई है. जिसके बाद आरोपी के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई थी. जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि रेंगाकठेरा के 3 बेरोजगार युवक को आरोपी ने अपना निशाना बनाया था. जिससे आरोपी ने 8 लाख, 5 लाख और 2 लाख रुपए लिए थे. पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर नौकरी दिलाने का आरोपी झांसा दिया करता था. आरोपी ने पैसे के बदले युवकों को चेक दिया था. पुलिस आरक्षक भर्ती में नाम नहीं आने पर युवकों ने आरोपी द्वारा दिए चेक को बैंक में जमा किया. लेकिन वो चेक बाउंस हो गया. पीड़ित युवक कई बार पैसे की मांग के लिए युवक के पास गया. लेकिन युवक ने पैसे नहीं दिए. जिसके बाद युवकों ने रानीतराई थाने में शिकायत दर्ज कराई.
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गांव में बेरोजगारों को देता था नौकरी का झांसा: पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपेंद्र नाग खुद को एसआईबी कांकेर में पदस्थ और एसपी डीएसपी, भर्ती सेल के अधिकारियों से अच्छी पहचान व पकड़ वाला बताकर बेरोजगार युवकों को अपने झांसे में लेता था. आरोपी दीपेंद्र नाग घटना के बाद से लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. रानीतराई पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी का मोबाइल लोकेशन ट्रेस की. जिसमें आरोपी का लोकेशन फरसगांव पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने फरसगांव जिला कोंडागांव के लिए एक टीम भेजकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने नौकरी के नाम पर पैसा लेने की बार को स्वीकार किया है. फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है.