दुर्ग : जिला अधिवक्ता संघ के वकीलों ने व्यवहार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के व्यवहार से दुखी होकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वकीलों ने जज एस के सोनी पर आदेश में विलंब, एकपक्षीय कार्यवाही के साथ भ्रष्टाचार का लगाया आरोप लगाते हुए कहा कि, 'जिस कुर्सी पर जज साहब बैठे हैं उन्हें उसका सम्मान करना चाहिए और न्याय के लिए दूर-दूर से आई जनता का दर्द समझना चाहिए'.
दरअसल, वकीलों का आरोप है कि नागपुर से आई अनावेदिका को उपस्थित होने के बावजूद 6 मार्च को आदेश में अनुपस्थित बताकर आवेदक के पक्ष में एकतरफा फैसला दे दिया गया था, जिसका विरोध अनावेदीका के वकील ने किया, जिसके बाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई'.
इस मामले में आक्रोशित वकीलों ने मोर्चा खोलते हुए व्यवहार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को हटाने की मांग की है. वहीं मांगें पूरी नहीं होने पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के घेराव करने की चेतावनी दी है.