दुर्ग: विश्वासघात कर सोना चोरी करने वाले अंर्तराज्जीय ठग गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. ये लोग मुंबई, राजस्थान, बैंगलोर में तकरीबन 3 किलो सोना चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. गिरोह का मास्टरमाइंड शुकुर अली और शेख अकरम है. जो अपने अन्य सदस्यों को जानकारी भेज कर वारदात को अंजाम देते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से सोने की सिल्ली,सोने के जेवरात,मोबाइल,फर्जी आईडी कार्ड समेत विभिन्न बैंक के एटीएम कार्ड बरामद किए हैं.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस की पूछताछ में गिरोह के मास्टरमाइंड शुकुर अली ने बताया कि सभी सदस्यों की फर्जी आईडी बनाकर वह आभूषण के कारीगर के तौर पर शहरों में भेजता था. उसके बाद वह शख्स उसे वहां की पूरी जानकारी देता है. यह आईडी के साथ जगह का नक्शा देता था. जिससे आरोपियों पर कोई शक न कर सके. घटना को अंजाम देने के बाद चोरी करने वाले आरोपियों को साथ लेकर गुजरात के राजकोट में सोने की बिक्री ये लोग करते थे. फिर सभी को खुद के द्वारा निर्धारित हिस्सेदारी देकर दोबारा, नए काम की तलाश में लग जाता था. दुर्ग के ब्राम्हण पारा स्थित रामकृष्ण सामंत ज्वेलर्स की दुकान में 25 जून को पश्चिम बंगाल से अजहर शेख नाम का व्यक्ति कारीगर के रूप में काम करने आया था. इसी दौरान 30 जून को अजहर शेख ने दुकान का लॉकर तोड़कर 800 ग्राम सोना चोरी कर फरार हो गया. पुलिस ने आरोपियों की पतासाजी के लिए 2 अलग अलग टीम बनाकर मुम्बई और गुजरात के लिए रवाना किया. पुलिस ने गुजरात मे दबिश देकर तथाकथित अजहर शेख को हिरासत में लेकर पूछताछ की. जिसके बाद एक अन्य आरोपी शुकुर अली को हिरासत में लिया गया. जिसके बाद आरोपी की मुंबई से गिरफ्तारी हुई.
लाखों के जेवरात बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास 411 ग्राम सोने की सिल्ली,50 ग्राम सोने का आभूषण,15 मोबाइल,18 फर्जी आधार कार्ड समेत 25 से अधिक बैंक के एटीएम और पासबुक बरामद किए हैं. पकड़े गए आरोपियों में शेख अकरम कासेम, शुकुर अली, जिन्नोट शेख उर्फ अजहर,साहिल पोरे, समत खान शामिल हैं. सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले है.