दुर्ग: भिलाई इस्पात सयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस 8 में गैस पाइप लाइन के लीकेज होने से EMD के DGM सहित राइट्स कंपनी के 5 कर्मी घायल हो गए. सभी का इलाज भिलाई के सेक्टर 9 में जारी है. सभी की हालत सामान्य बताई जा रही है.
साल 2014 में इसी तरह का हादसा होने से 6 लोगों की मौत हो गई थी. फिर एक बार गैस पाइपलाइन में लीकेज हुई है. इसकी चपेट में आने से MD डिपार्टमेंट के DGM राजेश कुमार समेत निजी राइट्स कंपनी के 5 कर्मी इसकी चपेट में आ गए. सभी को भिलाई के पंडित जवाहरलाल नेहरु अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिनकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. तीन कर्मियों को ICU में भर्ती किया गया था. वहीं बाकी सामान्य वार्ड में थे.
पाइप में ज्यादा दबाव से हुआ हादसा
भिलाई इस्पात संयत्र प्रबंधन की ओर से DGMजनसंपर्क अधिकारी जैकब कुरियन ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि ब्लास्ट फर्नेस के मल पाइप लाइन से जुड़ी हुई कार्बन मोनोऑक्साइड की पाइप में ज्यादा दबाव बढ़ाने के कारण लीकेज हुआ. लीकेज के चलते वहां काम कर रहे एक लोको चालक, सिग्नल ऑपरेटर, के साथ 4 अन्य कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए. वहीं सेफ्टी वॉल को बंद करने के लिए राजेश कुमार भी अपने दो साथियों के साथ पहुंचे. जिसके कारण वह भी इसकी चपेट में आ गए .