दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक बार फिर वैक्सीनेशन (covid vaccination in durg) की रफ्तार तेज हो गई है. 18 प्लस वैक्सीन की कमी की वजह से जिले के तमाम वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो गए थे. लेकिन जैसे है वैक्सीन की अगली खेप दुर्ग पहुंची, उसके बाद एक बार फिर टीकाकरण अभियान की रफ्तार तेज गई है. रायपुर से 12 हजार वैक्सीन पहुंचते ही एक बार फिर बंद पड़े वैक्सीनेशन सेंटर में टीकाकरण फिर से शुरू हो गया है. टीकाकरण सेंटर पहुंचेकर ईटीवी भारत ने वैक्सीन लगवाने वालों से बात की.
जिले में 18 प्लस के लिए कुल 109 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए थे. लेकिन वैक्सीन की कमी होने से धीरे-धीरे सभी सेंटर बंद कर दिए गए. उसके बाद 6 तारीख को वैक्सीन की अगली खेप पहुंचते ही एक बार फिर वैक्सीनेशन गिरफ्तार की रफ्तार तेज हो गई. सोमवार को जिले में वैक्सीनेशन के लिए 59 सेंटर बनाए गए . जिसमें भिलाई में 21, दुर्ग में 6, रिसाली में 4, चरोदा में 3, धमधा में 9, निकुम 6 और पाटन में 10 सेंटर पर बड़ी संख्या में युवा टीका लगवाने पहुंचे.
वैक्सीन सेंटरों पर जनप्रतिनिधियों ने संभाला मोर्चा
वैक्सीन सेंटरों पर जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा संभाला. ईटीवी भारत की टीम जब सेक्टर 7 स्थित सरकारी स्कूल में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंची तो वहां वार्ड के पूर्व पार्षद लक्ष्मी पति राजू ने मोर्चा संभाल रखा था. उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए वार्ड के लोगों को जागरूक करने के साथ ही टीकाकरण संबंधित तमाम जानकारियां लोगों को दी जा रही हैं. वैक्सीन लगने के बाद युवाओं को पैरासिटामॉल भी दी जा रही है. भिलाई में सबसे अधिक वैक्सीन सेक्टर 7 स्थित सरकारी स्कूल में लगी है. यहां अब तक 5 हजार युवाओं का वैक्सीनेशन हो चुका है.
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युवाओं ने की वैक्सीन लगवाने की अपील
सेक्टर 7 के बाद जब ईटीवी भारत की टीम शांति नगर स्थित वैक्सीनेशन सेंटर पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में युवा वैक्सीन के लिए कतार में लगे नजर आए. इस दौरान जब वैक्सीन लगवाने आए युवाओं से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर काफी उत्सुकता है. काफी दिनों बाद फिर से वैक्सीनेशन शुरू हुआ है. उन्होंने बाकी युवाओं से भी अपील करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन हमारे लिए बेहद जरूरी है. अगर हम वैक्सीन लगाएंगे तो निश्चित ही हमारा देश कोरोना मुक्त होगा. वहीं इस सेंटर पर एनएसयूआई की टीम पूरी तरह से मुस्तैद थी. एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अभिषेक मिश्रा ने बताया कि लगातार उनकी टीम लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने के साथ ही बुजुर्गों को सेंटर तक पहुंचाने और घर छोड़ने का काम कर रही है.