दुर्ग: छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है. ज्यादातर कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा सहित महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति छत्तीसगढ़ के दुर्ग से की जा रही है. छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके की पहल पर छिंदवाड़ा कलेक्टर ने दुर्ग कलेक्टर से ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति को लेकर चर्चा की थी. इसके बाद 15 टन लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति छिंदवाड़ा को की जा रही है. भिलाई स्टील प्लांट के अंतर्गत काम कर रही निजी कंपनी से ऑक्सीजन लिक्विड सिलेंडर भेजे जा रहे हैं.
कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीजों को जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन गैस देकर उनकी जान बचाई जाती है. इस समय सभी अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों की आवश्यकता सबसे ज्यादा है. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में नागपुर से लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति होती है. अपरिहार्य कारणों से ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति में रुकावट आने के कारण छिंदवाड़ा जिले में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कमी हो गई.
छिंदवाड़ा के कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल से मांगी थी मदद
छिंदवाड़ा कलेक्टर ने राज्यपाल से दुर्ग जिले से लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति के लिए मदद का आग्रह किया था. राज्यपाल अनुसुइया उइके को इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने दुर्ग कलेक्टर और छत्तीसगढ़ शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और छिंदवाड़ा को लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति करने के निर्देश दिए. दुर्ग कलेक्टर और राज्य सरकार के अधिकारियों ने जल्द कार्रवाई करते हुए छिंदवाड़ा जिले में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था की.
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कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ के कोरबा में ऑक्सीजन लिक्विड की सप्लाई देरी से हुई, जिसकी शिकायत पर तुरंत उसका निराकरण किया गया. जिला प्रशासन ने व्रेक्सा ऑक्सीजन कंपनी को ऑक्सीजन लिक्विड की सप्लाई की जानकारी रोजाना देने के निर्देश दिए हैं.