धमतरी: धमतरी में 7 बड़ी समस्याओं को लेकर स्थानीय युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया है. दरअसल, धमतरी में राइसमिल से निकलने वाले प्रदूषण पर रोक, धमतरी में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने और गंगरेल बांध के ऊपर बने मुख्य गेट को खोलने की मांग तेज होती जा रही है. स्थानीय युवाओं के संगठन ने इस तरह की 7 सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल रखा है. Demand to open engineering college in Dhamtari
जल्द की जाएगी कार्रवाई: बता दें कि इस समस्या को लेकर युवाओं ने पहले ही प्रदर्शन किया है. मामले में प्रदर्शकारी युवाओं ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. युवाओं ने चेतावनी दी है कि अगर मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस पर कलेक्टर ने कहा है कि " यह सरकारी मुद्दा है, सरकारी स्तर पर मुद्दों को भेज दिया गया है. जहां तक जिला स्तर की बात है, जल्द ही कार्रवाई की जाएगी".
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन: दरअसल, धमतरी के जागरूक युवाओं ने शहर की गंभीर समस्याओं के निराकरण करने को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें शहर से जुड़े 7 अलग-अलग मांगों को प्रमुखता से उठाया गया है. आवेदन में ये प्रमुख मांग की गई है. धमतरी में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. राइस मिल के राखड़ सीधे आंख, त्वचा में जाकर लोगों के स्वास्थ्य को खराब कर रहा है. राइस मिल के प्रदूषण की जांच कराई जाए, रेत खदान में चलने वाले हाईवा की स्पीड के कारण दुर्घटना दर में वृद्धि हुई है. सड़कें भी खराब होने लगी है.
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जिला में खुले इंजीनियरिंग कॉलेज: इस विषय में प्रदर्शनकारी युवाओं का कहना है कि समाधान नहीं हुआ तो रोड नहीं तो रेत नहीं के लिए उग्र आन्दोलन किया जायेगा. इसी तरह धमतरी बायपास का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है. उसे जल्द पूरा करने की मांग की गई है. शहर के रास्तों का चौड़ीकरण और सौन्दरयीकरण किया जाए. रास्ते खराब होने से छात्रों और आम लोगों को चलने में परेशानी हो रही है. छात्रहित को देखते हुए धमतरी में इंजीनियरिंग कॉलेज खुलवाने का प्रयास किया जाए, ताकि होनहार छात्रों को पढ़ाई के लिए बाहर जाना न पड़े.
कलेक्टर ने दिया आश्वासन: पीजी कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है. कॉलेज की सीटों में वृद्धि की जाए. इसी तरह पर्यटक दूर दूर से गंगरेल बांध को देखने आते हैं. लेकिन बांध के ऊपर का गेट बंद होने से पर्यटक मायूस होकर लौटते हैं. युवाओं ने बांध के ऊपर का मेड़ खोलने की मांग की है. युवाओं ने एक सप्ताह के भीरत इन समस्याओं का निराकरण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. उस संबंध में कलेक्टर ने कहा है कि शासन स्तर के मुद्दों को शासन को भेज दिया गया है. जहां तक जिले स्तर का मामला है, उस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.