धमतरी: इस बार चुनाव आयोग ने मतदान को लेकर एक खास पहल की है. दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों के लिए खास सुविधा की शुरुआत की गई है. अब जो लोग पोलिंग बूथ नहीं पहुंच पा रहे थे, मतदान दल उनके घर जाकर उनसे वोटिंग करवा रहा है. इस बीच धमतरी में भी 8 नवंबर को घर से मतदान की सुविधा शुरू की गई है. इसमें दिव्यांगों और बुजुर्गों को उनके घर में जाकर मतदान करवाना होता है.
87 लोगों ने किया मतदान: इसके लिए निर्वाचन आयोग की टीम और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं. इस नई पहल से न सिर्फ बुजुर्गों और दिव्यांगों को बड़ी राहत मिलेगी बल्कि वो भी सरकार बनाने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बन सकेंगे.धमतरी में कुल 4 हजार 415 बुजुर्ग, 5 हजार 9 सौ 83 दिव्यांग मतदाता हैं. दोनों को मिला कर 10 हजार 2 सौ से अधिक मतदाता हैं, जो घर बैठे मतदान करेंगे. अभी तक सिर्फ 91 लोगों ने घर बैठे मतदान किया है. इनमें से 87 मतदाताओं ने होम वोटिंग किया है.
क्या कहते हैं वोटर: मतदान करने के बाद वृद्ध महिला ब्रिज बाई ने कहा कि, " पहले वोट डालने के लिए खुद पोलिंग बूथ जाया करती थी. लेकिन बढ़ती उम्र के साथ अब शरीर भी जवाब देने लगा है. कहीं भी जाने के लिए किसी सहारे की जरूरत पड़ती है. ऐसे में मतदान केन्द्र तक जाना संभव नहीं हो पाता है. कभी सोचा नहीं था कि घर पर भी मतदान किया जा सकता है."
चुनाव आयोग के निर्देशन में दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए होम वोटिंग की सुविधा का पालन किया जा रहा है. धमतरी के तीनों विधानसभा में अलग-अलग टीम दिव्यांग और बुजुर्गों के घर जाकर वोट करवा रही है. -ऋषिकेश तिवारी, संयुक्त कलेक्टर
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 2023 के चुनाव में मतदान केंद्रों तक पहुंच पाने में असमर्थ दिव्यांग मतदाताओं सहित 80 वर्ष से अधिक आयु मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र की सुविधा मुहैया कराई गई है. इसके माध्यम से मतदाता घर पर ही मतदान करेंगे. इसकी व्यवस्था चुनाव आयोग की टीम करेंगी. बुधवार को धमतरी में डाक मतपत्र के जरिये दिव्यांग और 80 प्लस मतदाताओं ने मतदान किया.