धमतरी : हाथियों के बाद अब धमतरी जिले में राजकीय पशु यानी वन भैंसों के झुण्ड ने दस्तक दी है .करीब 7 से 8 वन भैंसों का यह झुण्ड उत्तर सिंगपुर और केरेगांव रेंज के जंगलों में विचरण कर रहा है. जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी है. जिसके बाद वन विभाग की टीम लगातार इन वन भैसों पर नजर रख रही है.
बता दें कि गरियाबंद जिले से वन भैंसों का झुण्ड धमतरी जिले के जंगल में पहुंचा है. वहीं अब तक वन भैंसों ने किसी को नुकसान नही पहुंचाया है. गौरतलब है कि 4 जून को गरियाबंद जिले से ही चंदा नामक हथिनी के साथ 21 हाथियों का दल भटककर धमतरी जिले में पहुंचा है,जो अब भी जिले के गंगरेल डूबान एरिया में मौजूद है और आसपास विचरण कर रहा है लेकिन उनमें से एक नन्हे हाथी की मौत दलदल में फंसने से हो गई है.
वन विभाग द्वारा की जा रही है निगरानी
डीएफओ अमिताभ वाजपेयी का कहना है कि वनभैंसा ज्यादातर जंगलों में झुंड में ही रहते हैं लिहाजा लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, फिर ग्रामीणों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि खतरा होने पर नुकसान पहुंच सकता है. जिसे देखते हुए उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा गया है. उन्होंने बताया की वनभैसा गरियाबंद जिले में ज्यादातर पाए जाते हैं, लेकिन वे भटकर धमतरी जिले के जगलों में आ गए हैं., जिन पर विभाग द्वारा लगातार निगरानी राखी जा रही है.
पढ़ें:-सूरजपुर में बंदरों के आतंक से लोग परेशान, शिकायत के बावजूद वन विभाग नहीं दे रहा ध्यान
बता दें कि भारतीय डाक विभाग के छत्तीसगढ़ परिमंडल और वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने लुप्त होते वन्य प्राणियों की सूची तैयार कर उनके संरक्षण और संवर्धन के लिए डाक टिकट जारी किया है. उसमें 'वन भैंसा' को भी शामिल किया गया है.