धमतरी: मानसून की दस्तक के साथ ही शहर में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. इसके चलते सुबह और शाम के समय लोगों को हमेशा कुत्तों के काटने का खतरा बना रहता है. शहर के नागरिकों ने फिर से आवारा कुत्तों को पकड़ने और नसबंदी लिए अभियान चलाने की मांग की है. भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जय हिंदूजा, युवा मोर्चा कोषाध्यक्ष देवेश अग्रवाल और धमतरी नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा ने धमतरी नगर निगम (Dhamtari nagar nigam) सभापति अनुराग मसीह को ज्ञापन सौंपा.
दरअसल बीते 70 दिनों में शहर में लागू लॉकडाउन के चलते लावारिस कुत्ते भी अब सड़कों में झुंड बनाकर रहने के आदि हो गए हैं. अब जब चारों तरफ लोगों की चहलकदमी शुरू हो गई है. बाजार में भीड़ उमड़ रही है तो यही कुत्ते आक्रोशित होकर लोगों पर आक्रमण कर रहे हैं. इससे लोगों में डर है. ऐसे में शहर के मुख्य सड़कों तथा विभिन्न वार्डों, कालोनियों में दिखने वाले सैकड़ों की संख्या में यह कुत्ते लोगों के लिए खतरे का सबब बन गए हैं. यदि समय रहते उनकी जनसंख्या वृद्धि पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में आम जनमानस के लिए यह काफी समस्या उत्पन्न कर सकती है.
रायपुर: बारिश में आवारा कुत्तों का आतंक, लगातार बढ़ रही डॉग बाइट की घटनाएं
दुर्ग रोड में कुत्तों का झुंड ज्यादा सक्रिय
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जय हिंदूजा ने कहा है कि कुत्तों की संख्या की बढ़ोतरी वास्तव में चिंतनीय विषय है. ये झुंड में रहने के बाद कभी भी कोई भी व्यक्ति को अपना शिकार बना सकते हैं. इससे अनेक मवेशियों को काटने से वह भी कई बार लोगों को पागल होकर नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में संबंधित प्रशासन के जिम्मेदार लोगों को अविलंब नसबंदी शुरू किया जाना चाहिए. युवा मोर्चा के कोषाध्यक्ष देवेश अग्रवाल ने बताया कि रात के अंधेरे में दुर्ग रोड में कुत्तों का झुंड चलने वाले दुपहिया और चार पहिया वाहनों पर काफी तेजी से आक्रमण कर देते हैं. जिससे कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
VIDEO: राजधानी में कुत्तों का कहर, 5 साल के बच्चे के चेहरे पर किया हमला
विशेषज्ञों की सलाह ली जाएगी
इस संबंध में नगर निगम के सभापति अनुराग मसीह ने कहा कि कुत्तों की समस्या सिर्फ शहर की नहीं है बल्कि यह सर्वकालिक है. विशेषकर बरसात के मौसम में कुत्ते लोगों के आम जनजीवन को खतरे के रूप में प्रभावित करते हैं. नगर निगम समय-समय पर इस पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाती है. फिर से विशेषज्ञों से सलाह लेते हुए कुत्तों को नियंत्रित करने विशेष अभियान चलाने की पहल की जाएगी. साथ ही नसबंदी के साथ डॉग हॉउस के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा.
गरियाबंद: आवारा कुत्तों ने और 9 लोगों को काटा, तीन दिनों में 24 बने शिकार
कुत्तों के काटने पर क्या करें
- ब्लीडिंग रोकने के लिए घाव या चोट के आसपास साफ तौलिया लगाएं.
- घाव के हिस्से को थोड़ा ऊपर उठाकर रखने की कोशिश करें.
- साबुन और पानी से ध्यानपूर्वक चोट वाले हिस्से को साफ करें.
- अगर आपके पास एंटीबायोटिक क्रीम है तो उसे चोट पर लगाएं
- घाव पर साफ बैंडेज लगाएं.
- बैंडेज को लगा रहने दें और पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर के पास लेकर जाएं.
- दिन में कई बार बैंडेज बदलें.
- संक्रमण के संकेत जैसे कि लालिमा, सूजन, दर्द और बुखार आदि को नजरअंदाज न करें.