धमतरीः राजधानी रायपुर के पचपेड़ी नाका स्थित राजधानी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है. रायपुर में आग की घटना में 5 कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी. घटना से सबक लेते हुए धमतरी जिले में जांच टीम गठित किया गया है. यह टीम अब जिले के शासकीय और निजी चिकित्सालय सहित कोविड-19 केयर सेंटरों में आग की दुर्घटनाओं से बचाव के लिए किए प्रयासों की जांच करेगी. गठित टीम को एक सप्ताह के भीतर जिला प्रशासन को रिपोर्ट देने को कहा गया है.
शासकीय, निजी चिकित्सालयों के भवनों की होगी जांच
दरअसल कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिले में स्थित शासकीय, निजी चिकित्सालयों सहित कोविड केयर सेंटरों में आगजनी जैसी कोई दुर्घटना न हो. इसके लिए किए गए बचाव कार्यों की जांच की जाएगी. भवनों में निर्धारित मानकों के अनुसार फायर मशीन की सुविधाओं जांच के साथ, फायर ऑडिट कराने के लिए कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने जांच दल गठित किया है. जिसमें नोडल अधिकारी सभी ब्लाकों में एसडीएम को बनाया गया है. इसके अलावा अन्य विभागों के अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है.
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कलेक्टर ने टीम गठित कर एक सप्ताह में मांगी रिपोर्ट
कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि, जिले के सभी कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में अनिवार्य रूप से फायर मशीन की व्यवस्था की जांच की जाए. सुनिश्चित किया जाए कि इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिया गया है. बहरहाल जिले के सभी अस्पतालों में अगर सही तरीके से जांच की जाए तो कई खामियां मिल सकती है. जिससे आने वाले दिनों में मुश्किलें खड़ी हो सकती है. अब देखना होगा कि रायपुर की घटना से सबक लेकर इन व्यवस्थाओं को कितना दुरुस्त किया जाएगा.