धमतरी: नगर पंचायत नगरी में मुक्तिधाम निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन का दौर जारी है. इस आंदोलन को लोगों का समर्थन मिल रहा है. दूसरी तरफ इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है. समाजसेवी संस्था स्वर्गधाम सेवा समिति इसे लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. समिति ने विरोध में शवयात्रा भी निकाली.
दो दिन पहले धमतरी दौरे पर पहुंचे प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने इस मामले में पिछली सरकार की नकाम बताते हुए मांग पूरी करने की बात कही, लेकिन मंत्री के आश्वासन के बाद भी अब तक कोई सार्थक कदम नहीं उठा है.
अभाव में है मुक्तिधाम
नगर पंचायत नगरी क्षेत्र का मुक्तिधाम यहां के लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. वजह ये है कि मुक्तिधाम में सुविधाओं का अभाव है. ये मुक्तिधाम अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. हालांकि, मुक्तिधाम में बाउण्ड्रीवाल सहित कई निर्माण कार्य कराया गया था, लेकिन निर्माण कार्य में भर्राशाही के चलते बाउण्ड्रीवाल भी धाराशाही हो गया. टिन शेड भी जर्जर हो चुका है, मुक्तिधाम का मेन गेट भी टूट चुका है.
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28 लाख रुपए मिलने के बाद भी नहीं हुआ निर्माण
मुक्तिधाम की स्थिति को देखते हुए नगर के कुछ समाजसेवी युवकों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत लिखकर मुक्तिधाम की दुर्दशा सुधरवाने की मांग की. इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मुक्तिधाम की जीर्णोध्दार के लिए करीब 28 लाख रुपए की स्वीकृति भी मिली, लेकिन नगरवासियों के लिए यह दुर्भाग्य से कम नहीं रहा. श्मशान भूमि के मालिकाना हक और अधिकारियों की बेपरवाही की वजह से मुक्तिधाम निर्माण पर ग्रहण लग गया. इसे लेकर पिछले तीन दिन से नगरी में आंदोलन चल रहा है.