कुरुद/धमतरी : समय के साथ-साथ हमारे देश बहुत बदल रहा है. इसी कड़ी में नई-नई टेक्नोलॉजी के साथ यूथ में बहुत बदलाव देखने को मिल रहे हैं. सिर्फ मेट्रो सिटी में ही नहीं बल्कि गांव-गांव में भी देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संकमण को देखते हुए जहां पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. वहीं बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी. जिसके बाद धमतरी के कुरुद में रहने वाले एक टीचर ने सोशल मीडिया को बच्चों के पढ़ाई के लिए चुना और इसी सोशल मीडिया के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं.
![students studying through watsaap and videocall in dhamtari](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-dmt-kurud-lockdounseschoolbandsocialmediakemadhymsekrarhepdhaai-vis1-byt3-img5-cgc10016_05042020183141_0504f_1586091701_384.jpg)
कोरोना संक्रमण के देखते हुए प्रदेश के तमाम स्कूलों को बंद करा दिया है. यहां तक कि परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं. जबकि स्कूलों में उस वक्त परीक्षा का समय था. ऐसे में इस लाॅक डाडन से स्कूली छात्र की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.
![students studying through watsaap and videocall in dhamtari](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-dmt-kurud-lockdounseschoolbandsocialmediakemadhymsekrarhepdhaai-vis1-byt3-img5-cgc10016_05042020183141_0504f_1586091701_192.jpg)
सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर शुरू की पढ़ाई
शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला कुरुद के शिक्षक राजेश पांडेय के मन मे ख्याल आया कि क्यों न लॉकडाउन के बीच बच्चों को टेक्नोलॉजी के जरिए पढ़ाई कराई जाए. जिसके बाद शिक्षक ने व्हाट्सएप्प ग्रुप बना कर पढ़ाई कराना शुरु कर दिया. पहले इस ग्रुप में 6 छात्र ही जुड़े लेकिन धीरे-धीरे 27 छात्र जुड़ गए. रोजाना समय निकाल कर शिक्षक अपने स्कूल के विद्यार्थियों को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं. वहीं छात्रों को होमवर्क भी दिया जा रहा है. अगर बच्चे किसी विषय को समझ नहीं पाते तो पर्सनल वीडियो कॉलिंग के जरिए समझा दिया जाता है. साथ ही बच्चे भी बेझिझक अपना सवाल कॉल करके बता रहे हैं.
![students studying through watsaap and videocall in dhamtari](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-dmt-kurud-lockdounseschoolbandsocialmediakemadhymsekrarhepdhaai-vis1-byt3-img5-cgc10016_05042020183141_0504f_1586091701_240.jpg)
शिक्षक राजेश ने बताया कि इस प्रयास में पालकों की भूमिका अहम है. पालकों ने अपने बच्चों को इंटरनेट की सुविधा भी दी. वहीं अगर किसी के पास मोबाइल नहीं है तो पालक खुद का मोबाइल पढ़ाई के लिए दे रहे हैं. वैसे टीचर राजेश का कहना है कि आगे अन्य बच्चे को भी जोड़ने की बात कह रहे हैं.
![students studying through watsaap and videocall in dhamtari](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-dmt-kurud-lockdounseschoolbandsocialmediakemadhymsekrarhepdhaai-vis1-byt3-img5-cgc10016_05042020183141_0504f_1586091701_456.jpg)