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बहुत स्मार्ट हैं ये शिक्षक, स्कूल बंद हुए तो सोशल मीडिया के जरिए पढ़ाने लगे

कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के तमाम स्कूलों को बंद करा दिया है. यहां तक कि परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई है. जबकि स्कूलों में उस वक्त परीक्षा का समय था.

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Published : Apr 5, 2020, 10:00 PM IST

Updated : Apr 6, 2020, 12:29 AM IST

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
बच्चों को वीडियो के जरिए टीचर पढ़ा रहे हैं

कुरुद/धमतरी : समय के साथ-साथ हमारे देश बहुत बदल रहा है. इसी कड़ी में नई-नई टेक्नोलॉजी के साथ यूथ में बहुत बदलाव देखने को मिल रहे हैं. सिर्फ मेट्रो सिटी में ही नहीं बल्कि गांव-गांव में भी देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संकमण को देखते हुए जहां पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. वहीं बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी. जिसके बाद धमतरी के कुरुद में रहने वाले एक टीचर ने सोशल मीडिया को बच्चों के पढ़ाई के लिए चुना और इसी सोशल मीडिया के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं.

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
व्हाट्सएप्प से बच्चों को समझाते हैं टीचर

कोरोना संक्रमण के देखते हुए प्रदेश के तमाम स्कूलों को बंद करा दिया है. यहां तक कि परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं. जबकि स्कूलों में उस वक्त परीक्षा का समय था. ऐसे में इस लाॅक डाडन से स्कूली छात्र की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
बच्चों को वीडियो के जरिए टीचर पढ़ा रहे हैं

सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर शुरू की पढ़ाई

शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला कुरुद के शिक्षक राजेश पांडेय के मन मे ख्याल आया कि क्यों न लॉकडाउन के बीच बच्चों को टेक्नोलॉजी के जरिए पढ़ाई कराई जाए. जिसके बाद शिक्षक ने व्हाट्सएप्प ग्रुप बना कर पढ़ाई कराना शुरु कर दिया. पहले इस ग्रुप में 6 छात्र ही जुड़े लेकिन धीरे-धीरे 27 छात्र जुड़ गए. रोजाना समय निकाल कर शिक्षक अपने स्कूल के विद्यार्थियों को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं. वहीं छात्रों को होमवर्क भी दिया जा रहा है. अगर बच्चे किसी विषय को समझ नहीं पाते तो पर्सनल वीडियो कॉलिंग के जरिए समझा दिया जाता है. साथ ही बच्चे भी बेझिझक अपना सवाल कॉल करके बता रहे हैं.

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
सोशल मीडिया के माध्यम से करा रहे पढ़ाई

शिक्षक राजेश ने बताया कि इस प्रयास में पालकों की भूमिका अहम है. पालकों ने अपने बच्चों को इंटरनेट की सुविधा भी दी. वहीं अगर किसी के पास मोबाइल नहीं है तो पालक खुद का मोबाइल पढ़ाई के लिए दे रहे हैं. वैसे टीचर राजेश का कहना है कि आगे अन्य बच्चे को भी जोड़ने की बात कह रहे हैं.

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
ओनलाइन क्लास

कुरुद/धमतरी : समय के साथ-साथ हमारे देश बहुत बदल रहा है. इसी कड़ी में नई-नई टेक्नोलॉजी के साथ यूथ में बहुत बदलाव देखने को मिल रहे हैं. सिर्फ मेट्रो सिटी में ही नहीं बल्कि गांव-गांव में भी देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संकमण को देखते हुए जहां पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. वहीं बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी. जिसके बाद धमतरी के कुरुद में रहने वाले एक टीचर ने सोशल मीडिया को बच्चों के पढ़ाई के लिए चुना और इसी सोशल मीडिया के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं.

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
व्हाट्सएप्प से बच्चों को समझाते हैं टीचर

कोरोना संक्रमण के देखते हुए प्रदेश के तमाम स्कूलों को बंद करा दिया है. यहां तक कि परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं. जबकि स्कूलों में उस वक्त परीक्षा का समय था. ऐसे में इस लाॅक डाडन से स्कूली छात्र की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.

students studying through watsaap and videocall in dhamtari
बच्चों को वीडियो के जरिए टीचर पढ़ा रहे हैं

सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर शुरू की पढ़ाई

शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला कुरुद के शिक्षक राजेश पांडेय के मन मे ख्याल आया कि क्यों न लॉकडाउन के बीच बच्चों को टेक्नोलॉजी के जरिए पढ़ाई कराई जाए. जिसके बाद शिक्षक ने व्हाट्सएप्प ग्रुप बना कर पढ़ाई कराना शुरु कर दिया. पहले इस ग्रुप में 6 छात्र ही जुड़े लेकिन धीरे-धीरे 27 छात्र जुड़ गए. रोजाना समय निकाल कर शिक्षक अपने स्कूल के विद्यार्थियों को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं. वहीं छात्रों को होमवर्क भी दिया जा रहा है. अगर बच्चे किसी विषय को समझ नहीं पाते तो पर्सनल वीडियो कॉलिंग के जरिए समझा दिया जाता है. साथ ही बच्चे भी बेझिझक अपना सवाल कॉल करके बता रहे हैं.

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सोशल मीडिया के माध्यम से करा रहे पढ़ाई

शिक्षक राजेश ने बताया कि इस प्रयास में पालकों की भूमिका अहम है. पालकों ने अपने बच्चों को इंटरनेट की सुविधा भी दी. वहीं अगर किसी के पास मोबाइल नहीं है तो पालक खुद का मोबाइल पढ़ाई के लिए दे रहे हैं. वैसे टीचर राजेश का कहना है कि आगे अन्य बच्चे को भी जोड़ने की बात कह रहे हैं.

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ओनलाइन क्लास
Last Updated : Apr 6, 2020, 12:29 AM IST
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