धमतरी: जिले के वनांचल इलाके में एक छात्रा इन दिनों शिक्षा की अलख जलाकर मिसाल पेश कर रही है. ये छात्रा गरीब बच्चों को अपने घर में नि:शुल्क पढ़ा रही है. छात्रा की इस पहल की अब ग्रामीण तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.
कोरोना महामारी के बीच सभी स्कूल बंद हैं, ऐसे में धमतरी जिले के बेलरगांव में छात्रा हर्षना प्रजापति बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए स्वेच्छा से नि:शुल्क शिक्षा दे रही हैं. ये उन बच्चों को पढ़ा रही है, जो गरीब परिवार से हैं और पढ़ाई का खर्च वहन नहीं कर सकते.
12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर चुकी है छात्रा
12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर चुकी छात्रा हर्षना प्रजापति ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वे पूरे समय घर में खाली बैठी रहती थीं, ऐसे में उन्होंने इस समय का सदुपयोग करने की ठानी. उन्होंने आसपास के बच्चों को इकट्ठा कर उन्हें पढ़ाना शुरू कर दिया. बच्चे भी मन लगाकर पढ़ाई करने लगे. छात्रा पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को खेलकूद के लिए भी प्रोत्साहित करती है. इससे बच्चे भी काफी खुश हैं.
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ग्रामीण कर रहे प्रशंसा
हर्षना का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से ही वो रोजाना 1 घंटे का समय बच्चों को दे रही हैं. वे उनकी पढ़ाई करा रही हैं, ताकि कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी शिक्षा का नुकसान नहीं हो. इससे हर्षना का भी अनुभव बढ़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि छात्रा की पहल काबिलेतारीफ है. 12वीं पास कर चुकी छात्रा की यह पहल न सिर्फ प्रशंसा के काबिल है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में एक अभिनव प्रयास भी है.