धमतरी: धमतरी के कुरुद में स्कूल के आस पास पत्थर खदानें हैं. इन माइंस में दिन रात पत्थर को ब्लास्ट कर तोड़ा जा रहा है. इस ब्लास्टिंग कार्य में एक स्कूली बच्ची बुधवार को घायल हो गई. पूरी घटना कोकड़ी गांव की है. यहां हर दिन की तरह बुधवार को कोकड़ी प्राइमरी स्कूल में रागिनी ध्रुव की नाम की बच्ची पढ़ने के लिए गई. दोपहर में लंच का समय आया. स्कूल में लंच ब्रेक हुआ. बच्ची खाना खाने के लिए स्कूल परिसर में बाहर निकली. इस दौरान स्कूल के पास पत्थर खदान में ब्लास्टिंग हुआ. जिसमें एक पत्थर का टुकड़ा आकर रागिनी ध्रुव के सिर पर लगा. जिससे रागिनी तत्काल बेहोश हो गई.
ब्लास्टिंग के बाद पत्थर से बच्ची हुई घायल: ब्लास्टिंग के बाद पत्थ का टुकड़ा सिर पर लगने से रागिनी के बेहोश होने पर स्कूल में हड़कंप मच गया. स्कूल स्टाफ ने इसकी जानकारी रागिनी के परिजनों को दी. उसके बाद आनन फानन में रागिनी के परिवार वाले स्कूल में पहुंचे. उसे राजिम के अस्पताल ले जाया गया. लेकिन स्थिति गंभीर होने के बाद उसे रायपुर रेफर किया गया है. जहां रागिनी का इलाज चल रहा है. उसके पिता भोजराम ध्रुव अपनी आठ साल की बच्ची की इस हालत के लिए पत्थर खदान चलाने वालों को दोषी मान रहे हैं.
स्कूल से आधा किलोमीटर दूर है पत्थर खदान: ग्रामीणों के अनुसार स्कूल से करीब आधा किलोमीटर दूर पत्थर खदान है. जहां आए दिन ब्लास्टिंग होती रहती है. बुधवार को भी यहां बड़े बारूद से पत्थर को ब्लास्ट किया गया.जिसका पत्थर छिटक कर स्कूली छात्रा पर गिर गया.हालांकि गांव में यह पहली घटना है लेकिन इस घटना ने स्कूली बच्चों के अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है.परिजनों ने इसकी शिकायत कुरूद पुलिस और जिला कलेक्टर से की है.
गांववाले प्रशासन पर उठा रहे सवाल: इस घटना से गांववालों में गुस्सा है. स्कूल के पास पत्थर खदान चलाने को लेकर गांव वाले प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं. स्कूल के पास पत्थर खदान की मंजूरी क्यों दी गई. इस तरह के प्रश्न गांव वाले प्रशासन से पूछ रहे हैं. क्या प्रशासन बड़ी घटना का इंतजार कर रही है.कोकड़ी गांव के प्राइमरी स्कूल में करीब 250 बच्चे पढ़ाई करते हैं. अगर ऐसे में कभी स्कूल में बड़ी अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. ?