धमतरी : विज्ञान हर नए अनुसंधान के साथ मानव जीवन को ज्यादा से ज्यादा सरल बनाता जा रहा है. आज विज्ञान के बढ़ते विकास के कारण मानव दुनिया के सभी क्षेत्र में आगे दिखाई दे रहा है. विज्ञान की सहायता से हम ऊंचे आसमान में उड़ रहे हैं, तो वहीं पानी के अंदर भी सांस ले पाना संभव हो गया है.
देश में कई ऐसे महान वैज्ञानिक हुए हैं जिनके अविष्कारों से देश का नाम रोशन हुआ है. आज विज्ञान दिवस के मौके पर हम आपको एक ऐसे लड़की से मिलाने जा रहे हैं, जिनके द्वारा बनाए गए मशीन की मॉडल से रोजगार उपलब्ध हो सकते हैं. वहीं इससे नो सिंगल यूज प्लास्टिक अभियान को भी ताकत मिलेगा.
पर्यावरण को बचाने में मददगार होगा साबित
धमतरी की शिव सिंह वर्मा आदर्श कन्या हाईस्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की छात्रा रागिनी फुटान ने वेस्ट पेपर से बैग बनाने की एक ऐसी तकनीक बनाई है, जिससे आसानी से पेपर बैग बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि इस मशीन को बनाने के लिए बेहद कम लागत आती है. इसलिए इसे हर कोई लगा सकते हैं और रोजगार का जरिया भी बना सकते हैं. साथ ही यह पर्यावरण को बचाने में भी मददगार साबित होगा.
राज्य स्तरीय स्पर्धा के लिए हुआ था मॉडल का चयन
रागिनी बताती हैं कि उन्हें इसका ख्याल तब आया जब हाथ से न्यूज पेपर का बैग बनाया जा रहा है. इसके बाद रागिनी ने अपने टीचर की मदद से इस तकनीक को आकर दिया. रागिनी के इस ऑटोमेटिक पेपर बैग मशीन के मॉडल चयन हाल ही में राज्य स्तरीय स्पर्धा के लिए भी हुआ था. यह मशीन स्केल की साइज में कागज डालने पर ऑटोमेटिक फोल्ड कर पेपर बैग तैयार करती है और मशीन से एक बैग करीब 30 सेकंड में तैयार हो जाती है.
कई अविष्कार करने का है सपना
रागिनी और उन्हीं की तरह कई छात्राओं को स्कूल की टीचर हर संभव मदद मुहैया करा रही है, ताकि ऐसे प्रतिभावान छात्राओं को एक मुकाम मिल सके. स्कूल की टीचर विजयलक्ष्मी सिंह का कहना है कि इस मशीन में कई तरह के पार्ट्स लगाए गए हैं, जिनके जरिए कम समय में बहुत सारे पेपर बैग बनाए जा सकते हैं. रागिनी का सपना है कि वह और भी कई तकनीक इजाद करे.