धमतरी/कुरुद: ग्राम पंचायत करेली बड़ी के ग्रामीण गांव में संचालित रेत खदान का विरोध कर रहे हैं. रेत खदान के विरोध में जारी इस आंदोलन से सरपंच और ग्रामीण अध्यक्ष ने समर्थन वापस ले लिया है. सरपंच, उपसरपंच और कुछ ग्रामीणों ने कलेक्टर को पत्र सौंपते हुए इस आंदोलन से समर्थन वापस लेने की बात कही है.
करेली बड़ी में 20 फरवरी से रेत खदान बंद करने के लिए आंदोलन किया जा रहा है. इस आंदोलन से सरपंच, ग्रामीण अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर आंदोलन से पीछे हटने का ज्ञापन सौंपा है. सरपंच डोमार साहू, उपसरपंच सुकलाल साहू, पंच वीर चंद्र साहू, ईश्वरी साहू, मेनका सारथी, पार्वती, मीणा, इंदिरा, पूर्णिमा बाई, पिंकी, जितेश्वर, ग्रामीण अध्यक्ष महेंद्र साहू, उपाध्यक्ष कृपा राम साहू, सचिव भोज राम साहू, कोषाध्यक्ष रामदयाल साहू सहित अन्य लोगों ने हस्ताक्षर युक्त पत्र कलेक्टर और एसपी को सौंपा है. सरपंच का कहना है कि कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने आंदोलन स्थल में आकर कानूनी और प्रशासनिक जानकारी दी थी, जिससे सहमत होकर सभी ने आंदोलन से समर्थन वापस लिया है.
धमतरी: करेली बड़ी में रेत खदान बंद करने की मांग पर अड़े ग्रामीण
आंदोलन रहेगा जारी
सरपंच और ग्रामीण अध्यक्ष के समर्थन वापस लेने के बाद आंदोलन कमजोर होता नजर आ रहा है. दूसरी ओर ग्रामीण कयास लगा रहे हैं कि किसी के दबाव में आकर इस आंदोलन में फूट डाला जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि ये आंदोलन अभी बंद नहीं होगा. मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन आने वाले समय पर तेज होगा. एनजीटी और सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का उल्लंघन करके यदि रेत उत्खनन होता है तो ग्रामीण इसका पुरजोर विरोध करेंगे.