धमतरी : नगर निगम की जल संरक्षण को लेकर बारिश के पानी को स्टोर करने की योजना रेन वाटर हार्वेस्टिंग योजना फेल होती नजर आ रही है. नगर निगम ने भवन अनुज्ञा की राशि ली लेकिन नए मकान निर्माण की अनुमति देकर आगे का काम भूल गई. अब लोग न ही इसकी सूचना देने निगम आते हैं और न ही एफडीआर की राशि वापस लेने आ रहे हैं.निगम की लापरवाही के कारण आलम ये है कि लोग इस योजाना में रुचि भी नहीं ले रहे हैं.
निगम हर साल गिरते भू जल स्तर को बढ़ाने के मकसद से शासन ने प्रत्येक घरों में रेन वाटर सिस्टम लगाने की अपील करती है. लोग भवन का निर्माण तो कराते हैं लेकिन रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने को लेकर लापरवाही बरतते है.नगर निगम क्षेत्र के 40 वार्डों में नए भवन बन रही है. कागजी दस्तावेजों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने की प्रक्रिया भी जारी है. लेकिन लोग रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने में रुचि नहीं दिखा रहे.
बता दें कि नगर निगम क्षेत्र के 35 से 40 प्रतिशत घरों में ही यह सिस्टम लग पाया है. यदि कोई अपने मकान में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बनाता है तो उससे राशि वसूल की जा रही है. ताकि उसके द्वारा जमा की गई राशि से नगर निगम उनके भवनों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा सके. निजी भवन में ये राशि लगभग 15 हजार रुपये और व्यवसायिक भवन के लिए एक लाख रुपये है.
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लोगों को किया जा रहा जागरुक
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर हर साल अभियान चलाया जाता है, लेकिन हर साल निगम की ये स्कीम फेल हो जाती है.जागरूक लोगों का कहना है कि निगम की स्पष्ट नीति नहीं होने के कारण लोग जागरूक नहीं है.बहरहाल, नगर निगम रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए लोगों को जागरूक करने और लगातार मॉनिटरिंग करने की बात कह रहा है.