धमतरी: कोरोना जांच की मांग को लेकर जेल में कुछ बंदियों ने भूख हड़ताल कर दी. कैदियों की हड़ताल से जेल में हड़कंप मच गया था. हड़ताल की जानकारी मिलने पर जेल अधीक्षक और डिप्टी कलेक्टर एचएल गायकवाड़ ने जेल पहुंचकर कैदियों से बातचीत की, जिसके बाद कैदियों ने हड़ताल खत्म की. फिलहाल जेल अधीक्षक ने भूख हड़ताल की बात को सिरे से खारिज किया है. उनकी मानें तो कैदी जेल के नए बैरक में शिफ्ट होना चाहते थे.
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही जेल के एक बंदी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. एक कैदी के पॉजिटिव आने से जेल के सारे कैदियों में दहशत फैल गई. इसे लेकर शनिवार को करीब 10 बंदियों ने सुबह नाश्ता करने से मना कर दिया. फिर दोपहर के खाने का भी बहिष्कार कर दिया. उनकी मांग थी कि उनकी कोरोना जांच कराई जाए, इसके साथ ही उन्हें जेल की नए बैरक में रखा जाए. जेल अधीक्षक का कहना है कि नए बैरक में काफी सारी सुविधाएं हैं. कोरोना पॉजिटिव कैदी मिलने के बाद से उस बैरक को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसलिए इन कैदियों को नए बैरक में रखा ही नहीं जा सकता.
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कैदियों पर की अपराध दर्ज
भूख हड़ताल में शामिल सभी 10 बंदी जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव के साथ मारपीट करने वाले रेत माफिया के लोग हैं. ये सभी अलग-अलग अपराध के तहत गिरफ्तार किए गए हैं. ये 10 कैदी एक साथ रहने की मांग कर रहे हैं. जेल अधीक्षक ने बंदियों के लगातार कोरोना जांच कराए जाने की बात कही है. लेकिन भूख हड़ताल की खबर को अफवाह बताया है.