धमतरी : शादी के अवसर पर दहेज प्रथा इन दिनों आम हो चली है. लड़की का पिता अपनी हैसियत के मुताबिक अपनी बेटी को महंगे सामान देने में कोई कसर नहीं छोड़ता है. समाज चाहकर भी दहेज प्रथा की कुरीति से छुटकारा नहीं पा रहा है. लेकिन ऐसी युवतियों का क्या, जिनकी उम्र शादी की तो हो चुकी है.लेकिन शादी की जिम्मेदारी उठाने वाला घर में कोई नहीं है.धमतरी में ऐसी ही एक बेटी की शादी हुई.जिसमें समाज सेवी संस्था ने अपनी भूमिका निभाई.
गरीब बेटी का बसाया घर : धमतरी जिले के स्टेशन पारा इलाके में रहने वाली राधिका यादव घर चलाने के लिए खुद काम करती है. राधिका की मां इस दुनिया में नहीं हैं.घर पर पिता और छोटा भाई है. इसलिए घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है.किसी तरह से घर का गुजर बसर चलता है.ऐसे में जब राधिका शादी लायक हुई तो परिजनों को उसकी शादी की चिंता सताने लगी. ऐसे में नवकार महिला मंडल के पदाधिकारियों ने राधिका की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया.
शादी में जरुरत का हर सामान दिया : नवकार महिला मंडल धमतरी की पदाधिकारियों ने, राधिका की शादी के लिए आवश्यक सामान के साथ नकद राशि उसे सौंपी. मंडल की अध्यक्ष ने बताया कि, उनके संगठन ने राधिका यादव को नकद देने के अलावा 11 साड़ियां, सूटकेस, अलमारी, 21 बर्तन, सोने की नथ, गले का सेट समेत कई सामान दिए हैं.
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इस कार्यक्रम में धमतरी विधायक रंजना साहू भी शामिल हुई. विधायक रंजना साहू ने कहा कि '' ऐसा नेक कार्य हर किसी के किस्मत में नहीं होता है. नवकार महिला मंडल ने बहुत ही सुंदर प्रयास किया है. नवकार महिला मंडल ने अब तक 9 बेटियों की मदद कर चुकी है उनकी शादी का खर्चा उठाया है. ये महिलाएं धार्मिक और पुण्य का काम कर रही है. जो काफी सराहनीय है.''