धमतरी: लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण का मतदान संपन्न हुआ. गुरुवार को छत्तीसगढ़ की 3 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए.अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, केशकाल और कांकेर विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग हुई. चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए थे. कांकेर से भाजपा के मोहन मंडावी का मुकाबला कांग्रेस के बीरेश ठाकुर से रहा.
धमतरी में कुल 257 बूथ
जिले में 747 पोलिंग बूथ बनाये गए थे, जहां इस बार 5 लाख 99 हजार 497 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग किए. धमतरी में 257 बूथ बनाए गए थे, जहां 2 लाख 11 हजार 589 मतदाता हैं. वही सिहावा में 253 बूथ बनाए गए थे, जहां 1 लाख 91 हजार 215 मतदाता है. इसी तरह कुरूद में 237 मतदान केंद्र है जहा 1 लाख 96 हजार 693 मतदाता हैं. धमतरी जिले में अति नक्सल संवेदनशील 21 पोलिंग बूथ है, तो नक्सल प्रभावित 21 पोलिंग बूथ है इस लिहाज से यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र महासमुंद और कांकेर लोकसभा क्षेत्र में बंटा हुआ है. जिले के दो विधानसभा कुरुद और धमतरी महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में आते हैं, तो वहीं सिहावा विधानसभा क्षेत्र कांकेर लोकसभा क्षेत्र में आता है और फिलहाल दोनों पर बीजेपी का कब्जा है. महासमुंद लोकसभा सीट शुरू से ही हाई-प्रोफाइल सीट मानी जाती है. इस संसदीय क्षेत्र से लंबे समय तक कांग्रेस के श्यामाचरण शुक्ल और विद्याचरण शुक्ल दबदबा रहा है.
दो साल से है भाजपा का कब्जा
पिछले दो लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से जीत दर्ज किया था. कांग्रेस ने 2014 ने इसी सीट से अजीत जोगी को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें भाजपा के चंदूलाल साहू से महज 1217 मतों से करारी हार का सामना करना पड़ा था. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में जिले के इन तीनों विधानसभा सीटें करीब 75.67 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.वही विधानसभा में यह वोट प्रतिशत बढ़कर 84.67 प्रतिशत रहा है, जिसमें कुरूद और धमतरी में बीजेपी ने जीत हासिल किया और सिहावा विधानसभा सीट कांग्रेस के खाते में गई थी.