धमतरी: गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पेयजल की समस्या न हो, इसे ध्यान में रखते हुए PHE विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. प्रशासन ने हैंडपंप सहित अन्य पेयजल स्त्रोतों की स्थिति का समीक्षा की है. प्रशासन ने क्षेत्र के सभी हैंडपंप को सुधारने की कवायद भी शुरू कर दी है. जिले के सभी ब्लाॅकों में मोबाईल युनिट टीम भी बनाई गई है. जो शिकायत मिलने पर तत्काल उसका निराकरण करेगी.
धमतरी जिले में हर साल ये देखा जाता है कि गर्मी बढ़ने के साथ ही गांवों में पेयजल की समस्या बढ़ जाती है. ग्रामीणों को दूरदराज से पानी की व्यवस्था करना पड़ता है. हालांकि इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. ताकि गर्मी के दिनों में कोई परेशानी न हो. अधिकारियों का दावा है कि इस बार पानी की समस्या ज्यादा नहीं होगी. क्योंकि इस साल गांवों में रबी फसल की सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने के कारण वाटर लेवल डाउन नहीं होगा.
112 स्पॉट सोर्स से हो रही आपूर्ति
जिले के 4 ब्लाॅक में 649 गांव हैं. PHE विभाग की करीब 9 हजार 931 हैंडपंप और नल-जल योजना के तहत 229 पानी टंकी पंचायत के जरिए संचालित हो रही है. इसके अलावा 112 स्पाॅट सोर्स हैं, जहां से पेयजल की आपूर्ति की जाती है. हालांकि इनमें से करीब 9 हजार 617 हैंडपंप ही चालू हालात में है. 47 सुधार प्रक्रिया में है. जबकि 267 हैंडपंप जलस्तर कम होने के कारण बंद पड़े हैं. इसी तरह 4 पानी टंकी भी बंद है.
विभाग का दावा
फिलहाल PHE विभाग का दावा है कि इस बार गर्मी में पेयजल की समस्या नहीं होगी. क्योंकि विभाग लगातार ग्रामीणों को पेयजल मुहैया कराने की तैयारी में जुटा है. अब देखना होगा कि विभाग का यह दावा कितना सही साबित होता है.