ETV Bharat / state

धमतरी के पर्यटन स्थलों में होटल और रिसॉर्ट हुए अनलॉक, पर्यटन की मिली इजाजत - पर्यटन स्थलों में होटल और रिसॉर्ट

लंबे वक्त से ठप्प पड़े पर्यटन गतिविधियों को शुरू करने के लिए धमतरी के पर्यटन स्थलों पर होटल और रिसॉर्ट को अनलॉक कर दिया गया है. पर्यटक अब इस सेवा का लाभ ले सकेंगे.

permission-to-open-hotels-and-resorts-in-tourist-places
पर्यटन स्थलों में होटल और रिसॉर्ट हुए अनलॉक
author img

By

Published : Aug 24, 2020, 2:09 AM IST

धमतरी: कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों के बीच पर्यटकों के लिए होटल, पर्यटन केंद्र समेत मोटल और रिसॉर्ट खुल दिए गए हैं. पर्यटक अब शासन-प्रशासन की शर्तों के पालन के साथ इन सेवाओं का लुफ्त उठा सकते हैं. ऐसे में लंबे वक्त से ठप्प पड़े पर्यटन गतिविधियों के पटरी पर लौटने की भी उम्मीद जताई जा रही है. धमतरी जिले में पर्यटन सेवाएं बहाल हो गई है. यहां शर्तों के साथ सभी होटल, पर्यटन केंद्रों, मोटल, रिसॉर्ट के संचालन की अनुमति दे दी गई है. अब लोग न सिर्फ पर्यटन स्थल की सैर कर सकेंगे, बल्कि होटल और मोटल का संचालन भी कर सकेंगे. हालांकि कोरोना रोकथाम के लिए शासन के जारी किए गए सभी निर्देशों का उन्हें पालन करना होगा. इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था का भी खास ख्याल रखना होगा.

पर्यटन स्थलों में होटल और रिसॉर्ट हुए अनलॉक

धमतरी के लिए अहम पर्यटन सेक्टर
नए निर्देश के तहत अब होटल में कार्यरत सभी कर्मी दैनिक कार्य करते समय, मास्क और हाथों में दस्ताने पहनेंदगे. इसके अलावा सैनिटाइजर का व्यापक उपयोग भी उन्हें करना होगा. वहीं सोशल सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी करना होगा. आपातकालीन टेलीफोन नंबर और उचित स्थानों पर जागरूकता संबंधी पोस्टर लगाए जाएंगे. धमतरी जिले में चार बांध स्थित है. जो कि पर्यटन की दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. इसके अलावा जिले में कई ऐसे स्थान मौजूद है, जहां दूरदराज से लोग बड़ी संख्या में घूमने पहुंचते हैं. इनमें सिहावा, नरहरा जलप्रपात और गंगरेल समेत मां अंगारमोती क्षेत्र शामिल हैं.

पढ़ें: CM भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, नेतृत्व संभालने की गुजारिश

घाटे में है सेक्टर

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए देश में लगाए गए लॉकडाउन ने हर सेक्टर को प्रभावित किया, जिनमें से कई सेक्टर आज भी मंदी से उबर नहीं सके हैं. इनमें पर्यटन भी शामिल है. गर्मी के दिनों में लोगों से भरे रहने वाले पर्यटन इलाकों में लॉकडाउन के कारण पूरी गर्मी भर सन्नाटा पसरा रहा. ऐसे में इस सेक्टर को राहत की जरूरत है. यहां आधारित उद्दोग धंधे वालों को भी काफी घाटा हुआ है.

धमतरी: कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों के बीच पर्यटकों के लिए होटल, पर्यटन केंद्र समेत मोटल और रिसॉर्ट खुल दिए गए हैं. पर्यटक अब शासन-प्रशासन की शर्तों के पालन के साथ इन सेवाओं का लुफ्त उठा सकते हैं. ऐसे में लंबे वक्त से ठप्प पड़े पर्यटन गतिविधियों के पटरी पर लौटने की भी उम्मीद जताई जा रही है. धमतरी जिले में पर्यटन सेवाएं बहाल हो गई है. यहां शर्तों के साथ सभी होटल, पर्यटन केंद्रों, मोटल, रिसॉर्ट के संचालन की अनुमति दे दी गई है. अब लोग न सिर्फ पर्यटन स्थल की सैर कर सकेंगे, बल्कि होटल और मोटल का संचालन भी कर सकेंगे. हालांकि कोरोना रोकथाम के लिए शासन के जारी किए गए सभी निर्देशों का उन्हें पालन करना होगा. इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था का भी खास ख्याल रखना होगा.

पर्यटन स्थलों में होटल और रिसॉर्ट हुए अनलॉक

धमतरी के लिए अहम पर्यटन सेक्टर
नए निर्देश के तहत अब होटल में कार्यरत सभी कर्मी दैनिक कार्य करते समय, मास्क और हाथों में दस्ताने पहनेंदगे. इसके अलावा सैनिटाइजर का व्यापक उपयोग भी उन्हें करना होगा. वहीं सोशल सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी करना होगा. आपातकालीन टेलीफोन नंबर और उचित स्थानों पर जागरूकता संबंधी पोस्टर लगाए जाएंगे. धमतरी जिले में चार बांध स्थित है. जो कि पर्यटन की दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. इसके अलावा जिले में कई ऐसे स्थान मौजूद है, जहां दूरदराज से लोग बड़ी संख्या में घूमने पहुंचते हैं. इनमें सिहावा, नरहरा जलप्रपात और गंगरेल समेत मां अंगारमोती क्षेत्र शामिल हैं.

पढ़ें: CM भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, नेतृत्व संभालने की गुजारिश

घाटे में है सेक्टर

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए देश में लगाए गए लॉकडाउन ने हर सेक्टर को प्रभावित किया, जिनमें से कई सेक्टर आज भी मंदी से उबर नहीं सके हैं. इनमें पर्यटन भी शामिल है. गर्मी के दिनों में लोगों से भरे रहने वाले पर्यटन इलाकों में लॉकडाउन के कारण पूरी गर्मी भर सन्नाटा पसरा रहा. ऐसे में इस सेक्टर को राहत की जरूरत है. यहां आधारित उद्दोग धंधे वालों को भी काफी घाटा हुआ है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.