धमतरी: प्रदेश में चुनावों के कारण राशन कार्ड पोर्टल को बंद कर दिया गया था. इसके बाद से ही राशन कार्ड बनना बंद हो गया. राशनकार्ड निर्माण बंद होने से इसका सीधा असर स्वास्थ्य बीमा योजना पर पड़ रहा है.इधर आचार संहिता समाप्त होने के बाद अब पोर्टल भी नहीं खुल रहा है. लिहाजा लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे है.
डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के तहत जिले के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 50 हजार से 5 लाख रुपए तक इलाज की सुविधा है.इस योजना का लाभ लेने के लिए लोगों के पास राशन कार्ड होना जरूरी है. योजना लागू होने के दौरान राशन कार्ड में नाम जोड़ने और बनाने का काम बंद था. लेकिन अब आचार संहिता समाप्त होने के बाद पोर्टल भी नहीं खुल रहा है, जिसकी वजह से लोगों को राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
लोगों को नहीं मिल रहा स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ
वहीं दूसरी तरफ बड़े पैमाने पर उन लोगों ने राशन कार्ड बनवाने में रूचि नहीं ली, जिन्हें सरकारी चावल की जरूरत नहीं थी. ऐसे लोगों की संख्या जिले में लगभग 10 हजार है. ये सभी एपीएल वर्ग के है इनमें से बड़ी संख्या में लोग जरूरत मंद होते हुए भी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ नहीं ले पा रहे है. क्योंकि इनके पास राशनकार्ड नहीं है और जब तक राशनकार्ड नहीं बनेगा तब तक उन्हें योजना का लाभ भी नहीं मिलेगा. इस मामले में आम लोगों का मानना है कि सरकार को इस पर जल्द ध्यान देना चाहिए. वहीं संबंधित अधिकारी इस मामले में किसी भी तरह की शिकायत होने से ही इंकार कर रहे है.
दर-दर भटक रहें लोग
बहरहाल सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ कब तक लोगों को मिल पाएगा ये तो वक्त ही बताएगा. लेकिन राशनकार्ड बनाने के लिए लोगों को भटकना जरूर पड़ रहा है.