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पंचायत में कार्यरत भृत्यों ने की मानदेय बढ़ाए जाने की मांग - peon in panchayat

धमतरी जिले के ग्राम पंचायतों में भृत्य का काम कर रहे लोग सम्मानजनक वेतन नहीं मिलने से नाराज है. उन्होंने कलेक्टर दर पर वेतन देने की मांग शासन-प्रशासन से की है.

Peon of the panchayat have demanded to increase salary  in dhamtari
भृत्यों ने की मांग
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Published : Jan 12, 2021, 5:04 PM IST

Updated : Jan 12, 2021, 6:00 PM IST

धमतरी : जिले के सभी ग्राम पंचायत ने अपनी व्यवस्था पर पंचायत की देखरेख सहित अन्य कामों के लिए भृत्य नियुक्त किए हैं. इन भृत्यों को पंचायत अपने हिसाब से मानदेय देता है. पंचायतों में काम कर रहे भृत्यों का प्रशासन के पास कोई रिकार्ड नहीं है. भृत्य का काम कर रहे लोग सम्मानजनक वेतन नहीं मिलने से नाराज है. कलेक्टर दर पर वेतन देने की मांग शासन-प्रशासन से कर रहे हैं.

मानदेय बढ़ाए जाने की मांग

पढ़ें- धान खरीदी: भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया किसानों से छलावा करने का आरोप

पंचायत के भृत्यों ने बताया कि ग्राम पंचायतों में वे लोग करीब 30-35 वर्षों से भृत्य का काम कर रहे हैं. अलग-अलग पंचायतों में अलग अलग मानदेय दिया जाता है. उन्हें काम के अनुसार सम्मानजनक वेतन नहीं मिल रहा है. भृत्यों ने कहा कि किसी पंचायत में प्रतिमाह 1 हजार तो किसी पंचायत में 5 हजार वेतन दिया जाता है. जिससे उन्हें परिवार के भरण पोषण में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शासन से कई बार मांग करने पर भी उनका नियमितिकरण नहीं किया गया. इसके चलते पंचायत के भृत्यों ने कलेक्टर दर पर मानदेय देने की मांग की है.

आंदोलन की चेतावनी
मांग पूर्ण नहीं होने पर भृत्यों ने शासन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. इस मामले में कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का कहना है कि पंचायत ने उनको किस आधार पर रखा है, उसकी जांच की जाएगी. उसके हिसाब से उनको वेतन दिया जायेगा.

धमतरी : जिले के सभी ग्राम पंचायत ने अपनी व्यवस्था पर पंचायत की देखरेख सहित अन्य कामों के लिए भृत्य नियुक्त किए हैं. इन भृत्यों को पंचायत अपने हिसाब से मानदेय देता है. पंचायतों में काम कर रहे भृत्यों का प्रशासन के पास कोई रिकार्ड नहीं है. भृत्य का काम कर रहे लोग सम्मानजनक वेतन नहीं मिलने से नाराज है. कलेक्टर दर पर वेतन देने की मांग शासन-प्रशासन से कर रहे हैं.

मानदेय बढ़ाए जाने की मांग

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पंचायत के भृत्यों ने बताया कि ग्राम पंचायतों में वे लोग करीब 30-35 वर्षों से भृत्य का काम कर रहे हैं. अलग-अलग पंचायतों में अलग अलग मानदेय दिया जाता है. उन्हें काम के अनुसार सम्मानजनक वेतन नहीं मिल रहा है. भृत्यों ने कहा कि किसी पंचायत में प्रतिमाह 1 हजार तो किसी पंचायत में 5 हजार वेतन दिया जाता है. जिससे उन्हें परिवार के भरण पोषण में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शासन से कई बार मांग करने पर भी उनका नियमितिकरण नहीं किया गया. इसके चलते पंचायत के भृत्यों ने कलेक्टर दर पर मानदेय देने की मांग की है.

आंदोलन की चेतावनी
मांग पूर्ण नहीं होने पर भृत्यों ने शासन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. इस मामले में कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का कहना है कि पंचायत ने उनको किस आधार पर रखा है, उसकी जांच की जाएगी. उसके हिसाब से उनको वेतन दिया जायेगा.

Last Updated : Jan 12, 2021, 6:00 PM IST
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