धमतरी: गर्मियों में आगजनी की घटना बढ़ जाती हैं. ऐसे में इन घटनाओं से निपटने के लिए दमकल विभाग 20 साल पुरानी फायर बिग्रेड पर निर्भर है. शासन को नए वाहनों के लिए प्रस्ताव भेजने के बाद भी अब तक विभाग के पास कोई नई गाड़ी नहीं मिल सकी है. ऐसे में आगजनी की घटनाएं होने पर आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों को पसीना बहाना पड़ रहा है.
कंडम स्थिति में फायर ब्रिगेड
दरअसल नगर निगम के फायर बेड़ा में 4 वाहन हैं जो मौजूदा वक्त में कंडम स्थिति में पहुंच चुके हैं. आगजनी की घटना होने पर इन्हीं का इस्तेमाल कर आग पर काबू पाया जाता है. गौरतलब है कि गर्मी शुरू होने के साथ ही इलाके में आगजनी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. बता दें कि निगम के फायर बेड़ा में मिनी टैंकर की क्षमता 500 लीटर की है. ऐसे में आगजनी की घटना होने पर दमकलकर्मियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है.
आग बुझाने में परेशानी
हाल ही में मकई चौक में एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई थी. सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई लेकिन जरूरी सुविधाएं नहीं होने के कारण टीम को आग पर काबू पाने के लिए खूब पसीना बहाना पड़ा.
नगर निगम का ढीला रवैया
अब तक नगर निगम प्रशासन की ओर से इसके लिए पहल नहीं की गई है. यही कारण है दमकलकर्मियों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल रही है. इधर निगम के फायर बेड़े में स्टाफ की कमी भी बनी हुई है.