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पीएम आवास योजना में पंचायत अधिकारियों की मनमानी, खेत बेचकर घर बनाने को मजबूर हितग्राही

धमतरी के कई गरीब परिवारों को शासन की सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. कुरुद में एक पात्र परिवार ने पीएम आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए मदद मांगी लेकिन जब उसे मदद नहीं मिला तो उसे खेत बेचकर मकान बनवाना पड़ा.

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Published : Nov 10, 2019, 2:47 PM IST

Updated : Nov 10, 2019, 3:38 PM IST

पीएम आवास योजना में अधिकारियों की मनमानी

धमतरी: गरीब परिवारों को एक अदद आशियाना मिल सके इसे लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरूआत की गई थी. लेकिन धमतरी में इस योजना का मकसद चकनाचूर होता दिख रहा है. क्योंकि इस योजना में पंचायत अधिकारियों की मनमानी से लोग परेशान हैं. एक गरीब परिवार का आरोप है कि पंचायत अधिकारियों की मनमानी की वजह से उसे इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया.

पीएम आवास योजना में अधिकारियों की मनमानी

दरअसल मामला कुरूद ब्लॉक के बगदेही गांव का है यहां रहने वाले करण ढीमर और उनका परिवार मजदूरी कर अपना जीवन गुजर-बसर करते हैं. घर मिट्टी से बना हुआ है और काफी जर्जर हालात में है. बरसात के दिनों में इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जर्जर हालात में होने की वजह से यह मकान कई बार धसकते रहा है. कुछ दिन पहले इनका मिट्टी का मकान धंस गया था. जिसमें परिवार के लोग बाल-बाल बचे. लिहाजा इस परिवार ने पक्के आवास के लिए पंचायत से गुहार लगाई. इसके अलावा प्रशासन से प्रधानमंत्री योजना आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की लेकिन इस परिवार की फरियाद पंचायत अधिकारियों ने नहीं सुनी. जिसकी वजह से इन्हें खेत बेचकर घर बनाने को मजबूर होना पड़ा.

खेत बेचकर घर बनाने को मजबूर हितग्राही
गरीबी में जी रहे इस परिवार की जब सारी उम्मीदें टूट गई तो उन्हें अपनी आजीविका का एकमात्र साधन यानि खेत को बेचना पड़ा. और उससे मिले पैसे से घर बनवाने को मजबूर होना पड़ा. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पंचायत के अधिकारी उन पर लगातार अपने मौजूदा घर को छोड़कर दूसरी जगह पर मकान बनाने का दवाब डाल रहे हैं. और परिवार मौजूदा जगह पर ही पक्का मकान बनाना चाहता है.

नहीं मिल रहा गरीबों को लाभ
इस परिवार का कहना है कि पंचायत भवन नजदीक होने के कारण उन्हें वहां से हटाए जाने के लिए पंचायत लगातार दबाव बना रही है. और शायद इसी वजह से उन्हें योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है. उनका कहना है कि दूसरी जगह मकान बनाने पर पंचायत प्रतिनिधि उन्हें आवास योजना का लाभ दिलाने की बात कह रहे है. फिलहाल इस मामले में पंचायत प्रतिनिधि ने कुछ कहने से इनकार कर दिया है. तो वहीं जिला प्रशासन जांच के बाद उचित कार्रवाई का भरोसा दिला रहे हैं. एक तरफ प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ऐसे लोगों को भी दिया जा रहा है जो घर से संपन्न हैं. जिनके पास सारी सुविधा उपलब्ध है तो, वहीं दूसरी ओर कई गरीब परिवारों को पंचायत प्रतिनिधियों की मनमानी के चलते केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से वंचित होना पड़ रहा है.

धमतरी: गरीब परिवारों को एक अदद आशियाना मिल सके इसे लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरूआत की गई थी. लेकिन धमतरी में इस योजना का मकसद चकनाचूर होता दिख रहा है. क्योंकि इस योजना में पंचायत अधिकारियों की मनमानी से लोग परेशान हैं. एक गरीब परिवार का आरोप है कि पंचायत अधिकारियों की मनमानी की वजह से उसे इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया.

पीएम आवास योजना में अधिकारियों की मनमानी

दरअसल मामला कुरूद ब्लॉक के बगदेही गांव का है यहां रहने वाले करण ढीमर और उनका परिवार मजदूरी कर अपना जीवन गुजर-बसर करते हैं. घर मिट्टी से बना हुआ है और काफी जर्जर हालात में है. बरसात के दिनों में इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जर्जर हालात में होने की वजह से यह मकान कई बार धसकते रहा है. कुछ दिन पहले इनका मिट्टी का मकान धंस गया था. जिसमें परिवार के लोग बाल-बाल बचे. लिहाजा इस परिवार ने पक्के आवास के लिए पंचायत से गुहार लगाई. इसके अलावा प्रशासन से प्रधानमंत्री योजना आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की लेकिन इस परिवार की फरियाद पंचायत अधिकारियों ने नहीं सुनी. जिसकी वजह से इन्हें खेत बेचकर घर बनाने को मजबूर होना पड़ा.

खेत बेचकर घर बनाने को मजबूर हितग्राही
गरीबी में जी रहे इस परिवार की जब सारी उम्मीदें टूट गई तो उन्हें अपनी आजीविका का एकमात्र साधन यानि खेत को बेचना पड़ा. और उससे मिले पैसे से घर बनवाने को मजबूर होना पड़ा. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पंचायत के अधिकारी उन पर लगातार अपने मौजूदा घर को छोड़कर दूसरी जगह पर मकान बनाने का दवाब डाल रहे हैं. और परिवार मौजूदा जगह पर ही पक्का मकान बनाना चाहता है.

नहीं मिल रहा गरीबों को लाभ
इस परिवार का कहना है कि पंचायत भवन नजदीक होने के कारण उन्हें वहां से हटाए जाने के लिए पंचायत लगातार दबाव बना रही है. और शायद इसी वजह से उन्हें योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है. उनका कहना है कि दूसरी जगह मकान बनाने पर पंचायत प्रतिनिधि उन्हें आवास योजना का लाभ दिलाने की बात कह रहे है. फिलहाल इस मामले में पंचायत प्रतिनिधि ने कुछ कहने से इनकार कर दिया है. तो वहीं जिला प्रशासन जांच के बाद उचित कार्रवाई का भरोसा दिला रहे हैं. एक तरफ प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ऐसे लोगों को भी दिया जा रहा है जो घर से संपन्न हैं. जिनके पास सारी सुविधा उपलब्ध है तो, वहीं दूसरी ओर कई गरीब परिवारों को पंचायत प्रतिनिधियों की मनमानी के चलते केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से वंचित होना पड़ रहा है.

Intro:हर गरीबों का अपना घर हो इसी मकसद से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की और इस योजना पर सरकार करोड़ रूपया खर्च भी कर रही है लेकिन प्रधानमंत्री का यह सपना धमतरी जिले में चकनाचूर होता दिखाई दे रहा है.यहां पंचायत के हुक्मरानों की मनमानी के चलते इस योजना का लाभ पात्र हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है.


Body:दरअसल मामला कुरूद ब्लाक के बगदेही गांव का है यहां रहने वाले करण ढीमर और उनका परिवार मजदूरी कर अपना जीवन अपना गुजर-बसर कर रहे है.घर मिट्टी से बना हुआ है और काफी जर्जर हालात में है.बरसात के दिनों में इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.जर्जर हालात में होने की वजह से यह मकान कई बार धसकते रहा है.हाल ही में इस परिवार का छोटा बच्चा मकान ढहने से मलबे में दब गया था.हालांकि इस घटना में वह बाल-बाल बच गये.लिहाजा इस परिवार ने पक्के आवास के लिए पंचायत से गुहार लगाई इसके अलावा प्रशासन से प्रधानमंत्री योजना आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों की मनमानी के चलते इस परिवार को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया.

मुफलिसी में जी रहे इस परिवार की जब सारी उम्मीदें टूट गई तो उन्होंने अपनी आजीविका के एकमात्र साधन यानि खेत को ही बेच दिया ताकि वह डर के साए में न जी कर खुद अपने लिए पक्के मकान तैयार कर सके.तकरीबन 8 सदस्यों वाले इस परिवार ने ठान लिया कि अब खुद अपना मकान तैयार करेंगे और इसकी नींव भी उन्होंने रख दी.आज यह परिवार खुद मेहनत कर अपना मकान तैयार कर रहे है.इस परिवार का कहना है कि पंचायत भवन नजदीक होने के कारण उन्हें वहां से हटाए जाने के लिए पंचायत लगातार दबाव बना रही है और शायद इसी वजह से उन्हें योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है.उनका कहना है कि दूसरी जगह मकान बनाने पर पंचायत प्रतिनिधि उन्हें आवास योजना का लाभ दिलाने की बात कह रहे है.फिलहाल इस मामले में पंचायत प्रतिनिधि कुछ कहने से इनकार कर दिया है तो वहीं जिला प्रशासन जांच के बाद उचित कार्रवाई का भरोसा दिला रहे है.


Conclusion:एक तरफ प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ऐसे लोगों को भी दिया जा रहा है जो घर से संपन्न है जिनके पास सारी सुविधा उपलब्ध है तो वहीं दूसरी ओर कई गरीब परिवारों को पंचायत प्रतिनिधियों के मनमानी के चलते केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से वंचित होना पड़ रहा है.

बाईट_01 करण ढीमर,परिवार का मुखिया(चेक शर्ट में)
बाईट_02 दिनेश ढीमर,परिवार का युवा सदस्य(हरा शर्ट में)
बाईट_03 दुलार सिंह,पड़ोसी(सफेद बनियान में)
बाईट_04 रजत बंसल,कलेक्टर धमतरी(सफेद शर्ट में)

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
Last Updated : Nov 10, 2019, 3:38 PM IST

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